School के लिए निकला पहुंचा दिल्ली, महीने भर घूमता रहा मॉल, खुद ही लिखी अपने Kidnap की स्क्रिप्ट
स्कूल की छुट्टी के बाद घर के लिए निकला छात्र दिल्ली पहुंच गया। इसके बाद घर वालों को खुद के अपहरण का व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर मोबाइल बंद कर लिया। उधर खोजबीन के बाद भी छात्र का सुराग नहीं लगा तो घबराए परिजनों ने बाजारखाला कोतवाली में तहरीर देते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। इसके बाद पुलिस सर्विलांस की मदद से छात्र का मोबाइल नंबर ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन दिल्ली में मिली। किसी तरह पुलिस ने छात्र की बात उसकी मां से कराई तो वह भावुक हो गया। रविवार को छात्र लखनऊ पहुंचा तो परिजनों की आंखे नम हो गई।
सेंट जोजफ स्कूल की राजाजीपुरम ब्रांच में एक किशोर नौवीं क्लास में पढ़ाई करता है। वह अपनी ननिहाल में रहता है। उसके पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं और मां गृहणी है। बताया जा रहा है कि बीते एक महीने छात्र रोजाना घर से स्कूल के लिए निकलता था मगर वह स्कूल पहुंचने के बजाए मॉल और पार्क में मौजमस्ती करता था। छात्र के व्यवहार में अचानक बदलाव होता देखकर उसकी मौसी ने टोका और बड़ी बहन को इस बात की जानकारी दी। तो छात्र की मां के कहने पर उसकी मौसी ने स्कूल चलकर जायजा लेने की बात कही। बता दें कि शनिवार की सुबह छात्र को अपनी मां के साथ स्कूल जाना था। यह बात सोचकर वह काफी परेशान था। उसे इस बात का डर था कि अगर उसकी मां स्कूल जाती है तो उसकी पोल खुल जाएगी। इस डर से छात्र शनिवार की सुबह घर छोड़कर निकल गया। वह राजाजीपुरम टैक्सी स्टैंड से सीधा चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचा और किसी ट्रेन में सवार होकर दिल्ली पहुंच गया।
बता दें कि स्कूल की छुट्टी दोपहर दो बजे होती है मगर दो शाम तक वह घर नहीं पहुंचा। परिजन उसे तलाशते हुए स्कूल पहुंचे तो पता चला कि वह एक महीने से स्कूल नहीं आया। यह सुनकर परिजनों का होश उड़ गया। रिश्तेदारों समेत छात्र के दोस्तों से भी परिजनों ने पूछताछ की मगर कहीं उसका पता नहीं चला। शाम साढ़े पांच बजे छात्र के नंबर से उसकी मां के व्हाट्सएप पर मैसेज आया। जिसमें छात्र ने कुछ लोगों पर अपहरण का आरोप लगाया है। उस मैसेज में छात्र ने लिखा था कि मैं कॉल उठा नहीं सकता सिर्फ मैसेज से ही बात हो सकती है। ऐसा ही मैसेज छात्र ने अपने नाना को भी किया।
उधर बेटे के अपहरण की सूचना पर परिजन घबरा गए और वह बाजारखाला कोतवाली पहुंच गए। बेटे को बरामद करने के लिए परिजन हंगामा करने लगे। मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से छात्र की लोकेशन को ट्रेस किया। मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस को उसकी लोकेशन दिल्ली में मिली।
इस सम्बन्ध में बाजारखाला थाना प्रभारी विनोद यादव ने बताया कि लखनऊ से निकलने के बाद छात्र ने मोबाइल बंद कर लिया था। किसी तरह छात्र की व्हाट्सएप कॉल पर उसकी मां से बात कराई गई । इसके बाद मां ने बेटे को घर लौटने के लिए कहा और वह कॉल पर रोने लगी। मां की रोने की आवाज सुनकर छात्र भावुक हो गया।
इसके बाद उसने घर लौटने की बात कही और रविवार की सुबह छात्र वापस घर लौट आया। छात्र से बातचीत की गई तो उसने बताया कि घर छोड़ने के लिए उसने मौसी से आठ हजार रुपये लिए थे। इसके लिए उसने मौसी को बातों के जाल में फंसा लिया था। रूपये मिल जाने के बाद वह घर से छोड़कर चला गया। रास्ते में उसने कई जगह रुपये खाने में खर्च किए थे।
न्यूज़क्रेडिट: अमृतविचार