इलाहाबाद: जल्द ही राशनकार्ड धारकों को घटतौली से निताज मिलने वाली है. सरकार कोटेदारों के राशन तोलने वाले कांटे को ई-पॉश मशीन से लिंक करने जा रही है. दोनों के लिंक होने के बाद जबतक कांटे से पूरा राशन नहीं तुलेगा, राशनकार्ड धारक का अंगूठा एप्रूव नहीं होगा. जनपद की 00 से अधिक राशन की दुकानों पर ई-पॉश मशीन व तोल मशीनों को लिंक करने का काम पूरा हो जाएगा.
राशन कोटेदारों की सबसे बड़ी शिकायत कम राशन देने की पूर्ति विभाग को मिलती हैं. यह शिकायत दशकों से चल रही है. कोरोना काल में मुफ्त राशन मिलना शुरू हुआ तो कोटेदारों ने घटतौली बढ़ा दी. घटतौली की शिकायतें बढ़ीं तो सरकार ने पहले ई-पॉश मशीन लांच की. इससे यह फायदा हुआ कि फर्जी राशनकार्ड खत्म हो गए. मशीन में अंगूठा लगकर ही राशन मिलता है. परंतु घटतौली की शिकायतें इससे भी कम नहीं हुईं तो अब सरकार ने राशन कोटेदार के राशन तोलने के तराजू को ई-पॉश मशीन को लिंक करने का काम शुरू कर दिया है. जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में सभी कोटेदारों की तोल मशीन को लिंक करने का काम होगा. इससे घटतौली नहीं हो सकेगी.
मशीन से हुई छेड़छाड़ तो होगी कार्रवाई योजना में तराजू के सीरियल नंबर विधिक माप विज्ञान विभाग की ओर से पंजीकृत किए जाएंगे. इसमें लगने वाले सेंसर डीलर के पास उपलब्ध ई-पॉश मशीन से इंटरनेट के माध्यम से जुड़ेंगे.
ई-पॉश मशीन पर उपभोक्ता का अंगूठा स्कैन होते ही ई-तराजू सक्रिय हो जाएगा. कार्ड में जितनी यूनिट होगी उतना राशन कोटेदार को तोलना होगा. जब तक एक उपभोक्ता की प्रक्रिया पूर्ण नहीं होगी, तब तक दूसरा कार्ड पर राशन देने की प्रक्रिया शुरू नहीं होगी. यदि कोटेदार छेड़छाड़ करता है तो मशीन काम करना बंद कर देगी.