झाँसी न्यूज़: वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन झांसी स्थित प्लेटफार्म-7 पर बीती देर शाम यार्ड में खड़े मिलिट्री कोच में दो सहेलियों हुई दरिंदगी से 24 घंटे में पर्दा उठाया गया है. रेलवे व सेना पुलिस की जांच के बाद मामला सही पाया गया. दो आरोपित फौजियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जबकि एक फरार है. जिसकी तलाश में गठित टीमें जुट गई हैं.
राजकीय रेलवे पुलिस के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि महिलाओं की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. फॉरेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए गए हैं. मामले की गहनता के साथ विवेचना की जा रही है. घटना में शामिल फौजी संदीप तिवारी निवासी सिवान (बिहार) व सुरेश रावत बताए गए हैं. संदीप सेना में वर्तमान में सिकंदराबाद व सुरेश लेह में तैनात है. उन्होंने दोनों फौजियों का तीसरा साथी रविंद्र कुमार फरार है. जिसकी तलाश में पुलिस टीमों का गठन कर दिया गया है. यार्ड में खड़ी होने वाली ट्रेनों व बोगियों की रेंडमली चेकिंग की जाती है. इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी लगाया गया है. फिलहाल गिरफ्तार दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है. पीड़िताओं की डॉक्टरी कराई गई है. बता दें कि झांसी निवासी दो सहेलियां बीती देर शाम किसी से मिलने से रेलवे स्टेशन जा रही थीं. तभी रेलवे परिसर में एक युवक मिला और मोबाइल खोने की बात कहकर उसने एक कॉल लगाने के लिए उनका फोन मांगा. उन्होंने अपना मोबाइल दे दिया. वह फोन पर बात करते-करते स्टेशन केप्लेटफार्म नंबर-7 पर पहले से खड़े मिलिट्री कोच तक चला गया. दोनों सहेलियां भी उसके पीछे-पीछे साथ चली गई. वहां दो लोग खाना बना रहे थे और शराब पी रहे थे. बातचीत की तो पता चला कि वह लोग फौजी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि दो फौजियों ने उनके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और फिर मोबाइल छीनकर धमकी देते हुए भगा दिया.
किसी से मोबाइल मांग पुलिस को दी सूचना
पीड़िताओं ने बताया कि वारदात के बाद उन्होंने किसी युवक से मोबाइल मांगा और पुलिस को सूचना दी. आनन-फानन में जीआरपी थाना पुलिस, जीआरपी सीओ मोहम्मद नईम मंसूरी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि आरोपित संदीप तिवारी निवासी सिवान (बिहार) व सुरेश रावत निवासी देहरादून को हिरासत में लिया. एक रवींद्र नाम का आरोपित भाग निकला है.
आर्मी अफसर भी जीआरपी पहुंचे
प्लेटफार्म नंबर-7 में खड़े मिलिट्री कोच में हुई वारदात के बाद जीआरपी ने आरोपितों से पूछताछ के बाद आर्मी अफसरों को सूचना दी थी. वहीं घटना के अफसर भी वहां पहुंचे. फॉरेंसिक टीम भी पहुंची. साक्षय एकत्र किए. वहीं सेना पुलिस व रेलवे पुलिस ने जांच की. दोनों पीड़िताओं की डॉक्टरी कराई गई है.
सामान लेकर रवाना होना था कोच
सूत्रों की मानें तो कुछ दिन पहले एक ट्रेन वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन झांसी आई थी. यहां सेना का कुछ सामान लादकर मालगाड़ी से कोच को ले जाना था. सामान आर्मी होने की वजह से यहां दो जवानों की ड्यूटी सुरक्षा के लगाई गई थी. उसी कोच में यह जवान रहते थे और वहीं खाना बनाते थे.
रेलवे के अधिकारियों को पत्र भी लिखा है कि यार्ड में खड़ी होने वाली ट्रेनों, बोगियों को पूरी तरह से लॉक कर खड़ा किया जाए. ताकि इस तरह की वारदातें नहीं हो सके. उन्होंने बताया कि पीड़ित महिलाओं से भी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं. मामले की विवेचना चल रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
-मोहम्मद मुश्ताक , पुलिस अधीक्षक , जीआरपी