रामपुर, (आईएएनएस)| समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू सोमवार को भगवा रंग में रंग गए हैं। उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह के सामने उन्होंने अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने का एलान कर दिया। उपचुनाव के वक्त शानू का पार्टी छोड़ना आजम खां के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। क्योंकि शानू ने विपरीत परिस्थितियों में आजम खां का साथ नहीं छोड़ा था।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने रामपुर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी आकाश सक्सेना के कार्यालय पर फसाहत अली खां शानू को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इनके साथ ही आजम खां के करीबी इरशाद महमूद, नवीन शर्मा और वैभव यादव भी भाजपा में शामिल हो गए। नवीन शर्मा लोहिया वाहिनी के नगर अध्यक्ष रहे, जबकि वैभव यादव सपा छात्र सभा के जिलाध्यक्ष रहे हैं।
शानू ने विधानसभा चुनाव के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ बयान जारी कर दिया था। कहा था कि अब्दुल ही दरी बिछाएगा। अब्दुल ही वोट देगा। अब्दुल ही जेल जाएगा। अब्दुल का ही घर टूटेगा, लेकिन मुख्यमंत्री बनेंगे अखिलेश जी, नेता प्रतिपक्ष बनेंगे अखिलेश जी। अब अखिलेश जी को उनके कपड़ों से भी बदबू आती है।
शानू का बयान काफी चर्चित रहा था
उनका यह बयान बड़ा चर्चित रहा था। मीडिया में भी कई दिन छाया रहा। तब माना जा रहा था कि यह बयान आजम खां के इशारे पर दिया गया है और आजम खां सपा से किनारा कर सकते हैं, लेकिन बाद में आजम खां और अखिलेश के बीच की दूरियां कम हो गई।
फसाहत अली खां शानू और आजम खां का साथ काफी लंबा है। आजम खां को जब सपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था तो शानू उनके साथ खड़े रहे। शानू ने आजमवादी मंच बनाया, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी वो थे। 2017 में भाजपा की सरकार आने के बाद आजम खां और उनके समर्थकों के खिलाफ धड़ाधड़ मुकदमे दर्ज हुए हैं।