गाज़ियाबाद में 1,000 करोड़ रुपये के सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी रजनी प्रिया गिरफ्तार
गाजियाबाद। सीबीआई ने एक हजार करोड़ के सृजन घोटाले की आरोपित मनोरमा देवी की बहू रजनी प्रिया को साहिबाबाद के राजेंद्र नगर से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। रजनी को गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया और दो दिन की ट्रांजिट रिमांड पर बिहार ले जाया गया है। रजनी यहां पहचान बदल कर रह रही थी।
सीबीआई जब रजनी प्रिया को गिरफ्तार करने पहुंची, उस वक्त वह अपने बंगले से निकल कर कहीं जा रही थी। रजनी की गिरफ्तारी के दौरान उसके बंगले में रहने वाले दो स्टाफ से भी सीबीआई ने पूछताछ की। हालांकि, बाद में दोनों को छोड़ दिया।
पटना स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 फरवरी को भागलपुर से पूर्व जिलाधिकारी केपी रमैया और घोटाले की मुख्य आरोपित मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार और बहू रजनी प्रिया की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किया था। अरबों रुपये के इस घोटाले में 27 आरोपित हैं, इनमें से 12 आरोपित जेल में हैं। सीबीआई कोर्ट ने तीन आरोपितों केपी रमैया, अमित कुमार और रजनी प्रिया के खिलाफ कुर्की वारंट भी जारी किया था। सीबीआई अमित और रजनी प्रिया की 13 चल व अचल संपत्ति की कुर्की भी कर चुकी है।
यह घोटाला भागलपुर स्थित एनजीओ के संस्थापक-सचिव की मृत्यु के बाद सामने आया था।
बिहार सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ली थी। आरोप लगाया गया था कि उक्त एनजीओ के अधिकारियों ने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके उक्त एनजीओ के खातों में सरकारी धन की हेराफेरी करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया सहित विभिन्न बैंकों के अधिकारियों के साथ साजिश रची थी।
एनजीओ के संस्थापक-सचिव की बहू रजनी प्रिया इस घोटाले की मुख्य आरोपी हैं, जो जांच की शुरुआत से ही फरार थीं।
अदालत ने उन्हें भगोड़ा अपराधी भी घोषित कर दिया था। लगातार प्रयासों के बाद सीबीआई ने प्रिया को ढूंढ लिया और साहिबाबाद से गिरफ्तार कर लिया।