रेलवे अधिकारियों ने ट्वीट के 23 मिनट बाद पहुंचा दिया गाय का दूध, जानिए पूरा मामला

भारतीय रेलवे (Indian Raiways) ने 'आपकी सेवा में सदैव तत्पर' के अपने स्लोगन को सच कर दिखाया.

Update: 2022-01-18 17:43 GMT

भारतीय रेलवे (Indian Raiways) ने 'आपकी सेवा में सदैव तत्पर' के अपने स्लोगन को सच कर दिखाया. दरअसल, ट्रेन से मुंबई से सुलतानपुर (Mumbai To Sultanpur) जा रही अंजलि नामक महिला ने रेलवे को एक ट्वीट (Tweet) किया, जिसमें उन्होंने बताया कि उनके बच्चों को भूख लगी है और वह गाय का दूध ही पीते हैं. महिला ने ट्वीट में लिखा, ''मैंने हर स्टेशन पर गाय का दूध पता किया. लेकिन मुझे वह नहीं मिल सका. इसलिए मैं आपसे रिक्वेस्ट करती हूं कि प्लीज हो सके तो मेरे बच्चों के लिए गाय का दूध उपलब्ध करवा दीजिए.''

रेलवे ने भी इस बात का पूरा ख्याल रखा और जब ट्रेन कानपुर जंक्शन पहुंची तो वहां रेलवे अधिकारियों ने उनकी पूरी मदद की. दरअसल, महिला के ट्वीट को रेल मंत्रालय (Ministry Of Railways) ने कानपुर सेन्ट्रल के निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय को फॉरवर्ड किया. तबियत ठीक ना होने के कारण हिमांशु शेखर घर पर थे. लेकिन ट्वीट मिलते ही उन्होंने अपनी कई टीमों को सक्रिय कर दिया. जैसे ही ट्रेन कानपुर स्टेशन पर पहुंची तो अंजलि को ये देखकर बिल्कुल भी यकीन नहीं हुआ कि रेलवे के अधिकारी खुद गाय का दूध लेकर उन्हें देने के लिए वहां खड़े हैं. रेलवे अधिकारियों ने ट्वीट के महज 23 मिनट के अंदर महिला को दूध उपलब्ध करवाया.
फोन करके रेलवे को दिया धन्यवाद
अंजलि जैसे ही सुल्तानपुर में अपने गांव पहुंची, उन्होंने रेलवे अधिकारियों को फोन करके मदद के लिए धन्यवाद दिया. इस पर कानपुर सेन्ट्रल के निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि महिला अपने बच्चों के साथ अकेली थी और उस समय उनकी मदद करना जरूरी था. उन्होंने कहा, ''हमें उनकी मदद करके काफी खुशी मिली. हम सभी यात्रियों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.''


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