गोरखपुर न्यूज़: शहर के प्रमुख बाल रोग विशेषज्ञों में से एक और आरएसएस से जुड़े रहे डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल की राजनीति की नई पारी शुरू हुई.बीएचयू से आरएसएस और विधानसभा से राज्यसभा पहुंचने के बाद डॉ. राधामोहन इतनी जल्दी संगठन की टीम नड्डा में बतौर राष्ट्रीय महामंत्री शामिल हो जाएंगे किसी ने सोचा नहीं था.हालांकि उन्हें नजदीक से जानने वाले मानते हैं कि यह नई भूमिका भी भविष्य की उनकी बड़ी सियासी मंजिल की राह में एक मुकाम भर है।
चुनावी राजनीति में डॉ. अग्रवाल की एंट्री साल 2002 में संयोग से हुई थी.उस चुनाव में हालात कुछ ऐसे बने कि योगी आदित्यनाथ ने उन्हें सदर सीट पर हिन्दू महासभा के बैनर तले भाजपा प्रत्याशी और पूर्व कैबिनेट मंत्री शिव प्रताप शुक्ला के सामने मैदान में उतार दिया.योगी की ताबड़तोड़ जनसभाओं से राधा मोहन पहली ही बार में दिग्गज शिव प्रताप शुक्ला को हराकर विधानसभा पहुंचे.इसके बाद इसी सीट से वह लगातार तीन बार भाजपा के टिकट पर विधायक बने.पिछले साल गोरखपुर सदर सीट से योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने के चलते उन्हें इस सीट को छोड़ना पड़ा.इसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा और अब राष्ट्रीय महामंत्री बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है।
निर्विरोध राज्यसभा पहुंचने के बाद पार्टी ने उन्हें लक्षद्वीप यूनियन टेरीटरी का प्रभारी और केरल का सह-प्रभारी बनाया. उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया.उनके आवास पर शुभचिंतकों को तांता लगा रहा.क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय समेत अन्य पार्टी नेताओं ने बधाई दी।