मेरठ न्यूज़: ज्वैलरी शॉप में लूट कर बदमाशों ने पुलिस अफसरों को सीधे चुनौती दी थी. एडीजी जोन राजीव सभरवाल और आईजी रेंज नचिकेता झा भी शायद इस बात को समझ चुके थे, जिनकी गंभीरता के चलते 24 घंटे में वारदात को खोल दिया गया. वारदात के वक्त बेगमपुल पर यह अफसर न होते तो शायद वारदात खुल ही नहीं पाती.
पुलिस की गिरफ्त में आए मुकेश और संजय कितने शातिर थे, उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने वारदात में अपने किसी वाहन का प्रयोग नहीं किया. लूट करने के बाद वह पैदल ही फरार हो गए. वह जानते थे कि वाहन से भागना आसान नहीं होगा. पैदल ही उस जगह से गुजरे, जहां एडीजी राजीव सभरवाल, आईजी नचिकेता झा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण सहित आला अफसर जुमे के अलर्ट की वजह से मौजूद थे. जब यह शोर मचा कि बदमाश पुलिस को थेंगा दिखाते हुए उन्हीं के सामने से निकल गए तो अफसरों के लिए यह वारदात खोलना चुनौती बन गया. डीजीपी ने रिपोर्ट तलब कर ली. इसके बाद एडीजी और आईजी ने खुद कमान संभाल ली. मुजफ्फरनगर और सहारनपुर तक अलर्ट हो गया.
खतौली में आईजी और एसएसपी की दबिश
ज्वैलरी शोरूम से लूट करने वाले बदमाशों को पकड़ने के लिए आईजी और एसएसपी ने टीम के साथ देर रात करीब ढाई-तीन बजे के बीच खतौली के सैनी नगर स्थित एक मकान पर दबिश दी. यहां से एक बदमाश को धर दबोचा. पुलिस ने बदमाश के साथ-साथ उसकी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया. बदमाश के परिवार के लोगों को खतौली पुलिस के सुपुर्द कर पुलिस पकड़े गए 60 वर्षीय बदमाश टीटू को हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई.