संस्कृत विवि में उपकेंद्र का प्रस्ताव टीडब्ल्यूसी को विवि पर बिजली का 60 लाख बकाया

Update: 2022-11-04 14:01 GMT
उत्तरप्रदेश। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की जमीन पर प्रस्तावित 220 केवी उपकेन्द्र का प्रपोजल पावर कॉरपोरेशन की टेक्निकल वर्क्स कमेटी (टीडब्ल्यूसी) को भेज दिया गया है. उपकेंद्र और लाइन निर्माण का इस्टीमेट भी फाइनल हो गया है. इस उपकेन्द्र के निर्माण पर लगभग 550 करोड़ रुपये खर्च होंगे. उपकेन्द्र के प्रस्ताव पर वेसू सर्किल प्रथम और द्वितीय के अधीक्षण अभियंताओं ने भी सहमति दे दी.
टीडब्ल्यूसी से मुहर लगने के बाद प्रपोजल शासन के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा. उल्लेखनीय है कि उपकेंद्र के लिए शासन ने गत 13 सितंबर को विश्वविद्यालय की दो एकड़ भूमि का पट्टा किया था. गैस इंसुलेशन सिस्टम (जीआईएस) आधारित इस उपकेंद्र के बनने से वरुणापार इलाकों को फाल्ट, लो वोल्टेज व ट्रिपिंग आदि से काफी राहत मिल जाएगी. एक स्थान पर फाल्ट आने पर पूरे इलाके की बिजली नहीं काटनी पड़ेगी. 220 केवी क्षमता व जीआईएस तकनीक का यह शहर का दूसरा उपकेन्द्र होगा. प्रस्तावित 220 केवी उपकेन्द्र के लाइन निर्माण का सर्वे पूरा हो गया है.
संस्कृत विश्वविद्यालय पर बिजली बिल का लगभग 60 लाख रुपये बकाया है. चौकाघाट डिविजन के अधिशासी अभियंता नीरज पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय ने इस साल अगस्त में लगभग 40 लाख रुपये का भुगतान किया था. उसके बाद पेमेंट नहीं हुआ.
220 केवी उपकेन्द्र के निर्माण का प्रपोजल टेक्निकल कमेटी को भेज दिया गया है. शासन की स्वीकृति के बाद आगे की योजना बनेगी.
-विनीत रस्तोगी, अधीक्षण अभियंता, ट्रांसमिशन

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