बरेली न्यूज़: गैंगस्टर प्रकरण में भूमाफिया रमनदीप गैंग की 90 करोड़ की और संपत्ति जब्त करने के लिए डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने आदेश जारी कर दिया है. यह सभी संपत्ति एलायंस बिल्डर्स के एमडी एवं डायरेक्टरों की है, जिसका प्रशासक एसडीएम सदर को नियुक्त किया गया है. जल्दी ही पुलिस इस संपत्ति पर कब्जा लेकर इसे सील करने की कार्रवाई करेगी.
बिहारमान नगला में फर्जीवाड़ा कर बीडीए की जमीन बेचने के मामले में 12 नवंबर 2022 को जिला प्रशासन ने क्रेडाई अध्यक्ष एवं एलायंस बिल्डर्स के डायरेक्टर रमनदीप, उसके भाई अमनदीप, हनी कुमार भाटिया, दलविंदर सिंह, सर्वेश, जुल्फिकार अहमद और सलीम अहमद को भूमाफिया घोषित किया था. इसके बाद इसी जमीन को लेकर 13 नवंबर 2022 को बीडीए ने हनी कुमार भाटिया समेत 17 लोगों के खिलाफ थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज करा दी. विवेचना के दौरान एलायंस बिल्डर्स के एमडी अरविंदर सिंह बग्गा, डायरेक्टर रमनदीप सिंह, अमनदीप व युवराज भी नाम भी मुकदमे में जोड़ दिए गए. इसके बाद ही रमनदीप, अमनदीप, अरविंदर सिंह, हनी भाटिया, सतवीर सिंह और युवराज सिंह के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर उनकी संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई. इसके तहत प्रशासन और पुलिस की टीम ने स्टेडियम रोड स्थित एलायंस बिल्डर्स का ऑफिस, महानगर स्थित निर्माणाधीन होटल अग्रांते और उसके पास ही स्थित पेट्रोलपंप का मूल्यांकन कर डीएम को रिपोर्ट भेजी थी. इस संपत्ति की कीमत करीब 90 करोड़ रुपये है, जिसे डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने जब्त करने का आदेश जारी कर एसडीएम सदर को इसका प्रशासक नियुक्त कर दिया है.
पुलिस की जानकारी में सामने आया है कि एक सीए इस गैंग से जुड़ी संपत्तियों का मालिकाना हक बदलवाने की कोशिश में लगा है. चर्चा है कि पीलीभीत बाईपास एक संपत्ति का पिछले दिनों उसने सौदा भी कराया है. यह जानकारी मिलने पर रमनदीप के अन्य पार्टनरों के साथ ही पुलिस इस सीए की कुंडली भी खंगालने में जुट गई है.
पहले भी 35.11 करोड़ की संपत्ति हुई जब्त
इससे पहले भी एलायंस बिल्डर्स की 35.11 करोड़ रुपये की संपत्ति सील करके प्रशासन अपने कब्जे में ले चुका है. इसमें इन लोगों की चार कोठी और दुकानें शामिल हैं. अब दूसरे चरण में इनकी 90 करोड़ की संपत्ति सील करके कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
भूमाफिया गैंग भी हो चुका पंजीकृत
एलायंस बिल्डर्स पर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. इसी कड़ी में 25 अप्रैल को पुलिस ने एलायंस बिल्डर्स के एमडी और सभी डायरेक्टरों का भूमाफिया गैंग भी पंजीकृत कर दिया है. इस गैंग का लीडर रमनदीप सिंह को बनाया गया है और अमनदीप, हनी भाटिया, अरविंदर, युवराज व सतवीर इसके सदस्य हैं. जिले में भू माफिया गैंग के पंजीकरण की यह पहली कार्रवाई है.
भूमाफिया के पार्टनर और पैरोकारों पर भी कसेगा शिकंजा
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई इस पूरे मामले में अभी जारी है. एलायंस बिल्डर के पार्टनर और पैरोकार रहे कुछ बिल्डर ने अपनी मुखौटा कंपनियों से अब डायरेक्टर बदलने शुरू कर दिए हैं. इसलिए उन कंपनियों का पुराना इतिहास खंगाला जा रहा है. रजिस्ट्री ऑफिस से पुराने दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. इसके बाद भू माफियाओं से जुड़े उनके पैरोकारों और पार्टनर्स के खिलाफ भी प्रॉपर्टी अटैचमेंट और नीलामी की कार्रवाई की जाएगी.
फर्जी दस्तावेजों पर खोला था पेट्रोल पंप
जांच में यह भी सामने आया है कि भू माफियाओं ने धौरहरा माफी में लीफ फिलिंग स्टेशन के नाम से जमीन के फर्जी दस्तावेजों से पेट्रोल पंप खोलकर डीजल बिक्री का लाइसेंस लिया था. वर्ष 2004 में इसका लाइसेंस अमनदीप सिंह के नाम से लिया गया था. डीएसओ और राजस्व विभाग की जांच में दस्तावेज फर्जी पाए जाने पर इस संपत्ति को सील करके उसे जब्त कर लिया गया था.