फर्रुखाबाद। कन्नौज थानाक्षेत्र में एम्बुलेंस पलटने से उसमें सवार आजीवन सजा भुगत रहे कैदी की मौत हो गई। उसे फतेहगढ़ की सेंट्रल जेल से कानपुर इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में यह घटना हो गई। यह जानकारी जैसे ही कैदी के परिजनों को मिली, कोहराम मच गया। जेल प्रशासन ने मृत कैदी के शव को गुरुवार को परिजनों को सौंप दिया। कायमगंज नगर से सटे गांव टिलियां मजरा मुड़ौल निवासी बहोरन (65) पुत्र पुत्तुलाल कश्यप पिछले लगभग 10 वर्षों से हत्या के मामले में फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल में सजा काट रहे थे। उस पर वर्ष 2002 में गांव के ही लालाराम पुत्र केदार नाथ की हत्या का दोषी पाये जाने पर न्यायालय ने लगभग छह साल पूर्व आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
दोषी कैदी के भतीजे देवेंद्र पुत्र रामबरन ने बताया कि बीती शाम फतेहगढ़ जेल से घर फोन आया था की चाचा बहोरन की हालत गंभीर है। उनकी तबीयत खराब है, उन्हें लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। देर रात परिजन भी फर्रुखाबाद पहुंच गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें लोहिया अस्पताल से कानपुर के लिए रेफर कर दिया। एंबुलेंस द्वारा जब वह कानपुर जा रहे थे, तभी रास्ते में पड़ोसी जनपद कन्नौज के पास उनकी रास्ते में दुर्घटना के चलते एम्बुलेंस पलट गई और उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मौत की खबर जैसे ही परिजनों को हुई कोहराम मच गया। गांव में मृतक के घर पर आने वालों की भारी भीड़ जमा हो गई।