कुम्हारी कला को बढ़ावा देने की तैयारी, नि:शुल्क आवंटित होंगे पट्टे

Update: 2022-11-25 18:32 GMT
बरेली। राज्य सरकार कुम्हारी/माटीकला को बढ़ावा देने के भरसक प्रयास कर रही है। मिट्टी के बर्तनों काे फिर से चलन में लाने के लिए प्लास्टिक के ग्लास पर रोक लगा दी है। कुम्हारी कला का काम करने वाले लोगों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। अब कुम्हारों को मिट्टी खरीदनी न पड़े, इसके लिए निशुल्क पट्टों के आवंटन की तैयारी शुरू कर दी है। माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष ओमप्रकाश गोला प्रजापति की पहल पर जिला ग्रामोद्योग अधिकारी अजय पाल ने एसडीएम सदर को चिट्ठी लिखी है। उसमें कांधरपुर और नवदिया झादा क्षेत्र में पट्टों का निशुल्क आवंटन कराने की बात कही है।
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने कहा है कि ग्राम कांधरपुर के प्रजापति समाज के लोगों ने मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए मिट्टी निकालने के लिए निर्धारित स्थान पर अनुमति देने की मांग रखी है। पिछले दिनों विकास भवन में हुई बैठक में माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष के समक्ष निशुल्क पट्टों का आवंटन कराए जाने का मुद्दा उठाया गया था। इस पर माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष ने एसडीएम सदर को मिट्टी के लिए प्रजापति समाज के लोगों के लिए पट्टे आवंटित कराने के निर्देश दिए थे। उसी क्रम में ग्राम कांधरपुर के प्रजापति समाज के व्यक्तियों का प्रार्थनापत्र एसडीएम सदर को भेजते हुए जिला ग्रामोद्योग
अधिकारी ने कहा कि ग्राम नवदिया झादा ब्लॉक बिथरी चैनपुर में कुम्हार गड्ढा के साथ कांधरपुर में गाटा संख्या 413 में 0.0250 पर नियमानुसार निशुल्क मिट्टी की खोदाई के लिए इन स्थलों के पट्टों का आवंटन करा दें ताकि कुम्हारी कला का कार्य कर रहे प्रजापति समाज के व्यक्तियों को मिट्टी से संबंधित अपना पारंपरिक कार्य करने में कठिनाई न आए और कुम्हारी कला के कारीगरों को रोजगार भी मिल सके।

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