गाजियाबाद में चुनाव के बाद ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र खोलने की तैयारी
परिवहन विभाग की ओर से आवेदनों की जांच करके शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है
गाजियाबाद: जिले में ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) और ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (डीटीआई) चुनाव के बाद खोलने की तैयारी है. इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से आवेदनों की जांच करके शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है.
गाजियाबाद में 11 लाख वाहनों का पंजीकरण है. व्यावसायिक वाहनों की संख्या करीब डेढ़ लाख के करीब है. नए व्यावसायिक वाहनों को प्रति तीन वर्ष और आठ साल के बाद प्रति दो वर्ष में फिटनेस कराना जरूरी है. ई-रिक्शा और ई-कार्ट के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट तीन साल की अवधि के लिए वैध होता है. जिले में बड़ी संख्या में बिना फिटनेस वाले वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं. इनमें बस, ट्रक, ऑटो रिक्शा, टैक्सी, ई-रिक्शा, ई-कार्ट समेत सवारी ढोने और माल वाहक छोटे वाहन शामिल हैं. फिलहाल डासना स्थित साईं धाम सुपर सर्विसेज सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड पर ही फिटनेस कराने का विकल्प था, लेकिन शासन ने साईं धाम फर्म की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए जिले में दो नए एटीएस (ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन) खोलने को मंजूरी दी है. इसके लिए 15 आवेदन आए थे. इन सभी की जांच करने के बाद परिवहन विभाग की तकनीकी टीम ने रिपोर्ट शासन को भेज दी है.
वहीं, जिले में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (डीटीआई) भी खोलने जाने की योजना है. इनके खुलने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस के लिए परिवहन विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. डीटीआई से ट्रेनिंग और टेस्ट के बाद लाइसेंस जारी किए जाएंगे. फिलहाल जिले में रोजाना 0 से 350 ड्राइविंग लाइसेंस बनते हैं. ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र में सिमुलेटर पर वाहन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी.