वाराणसी: पीएचसी पर किसी महिला चिकित्सक के न होने के कारण गर्भवती को इलाज के लिए घंटे भर भटकना पड़ा. उसके बाद किसी तरह एक एएनएम ने इलाज किया. घटना अपराह्न ढाई बजे के आसपास की है.
अहिरावीर जगदीशपुर की 26 वर्षीय एक गर्भवती महिला कुछ परेशानी महसूस होने पर ओपीडी में तैनात चिकित्सक के यहां पहुंची. लेकिन ओपीडी में तैनात चिकित्सक ने 2 बजे के बाद ओपीडी बंद होने व महिला चिकित्सक न होने का हवाला देकर वापस कर दिया. वहां मौजूद विपिन चौरसिया ने जब इमरजेंसी केस होने की बात कही तो चिकित्सक हेमंत सिंह ने उसे एक एएनएम के पास भेजा. यहां सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी होती है. प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि डॉक्टरों के कमी के बात उच्चाधिकारियों को दी गई है.
सट्टे के बाद दूसरे को बेची जमीन,
केस सट्टा के बावजूद जमीन कूटरचित अभिलेख के माध्यम से दूसरे को बेच दी. फूलपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर महिला समेत चार पर केस दर्ज किया है.
रामसिंहपुर के दिलीप सिंह ने बताया कि उसने मुड़वा नेहिया(चोलापुर) की सूर्यमुखी देवी को 12.95 लाख रुपये देकर जमीन का सट्टा कराया था. सूर्यमुखी की मौत के बाद उसके दत्तक पुत्र संजय ने जमीन अपने नाम करा ली. उसे अनिता रस्तोगी को बेंच दी. 14 मार्च को जमीन पर बाउंड्री होने लगी. वह मौके पर पहुंचे तो संजय, अनीता, उसके पति राजेन्द्र तथा राजदीप ने जान से मारने की धमकी दी.