लखनऊ: स्मारक समिति के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संतोष कुमार ने एलडीए के सचिव रहे आईएएस पवन कुमार गंगवार के फर्जी हस्ताक्षर से गोमतीनगर, कानपुर रोड, शारदानगर तथा जानकीपुरम में कई भूखण्डों का आवंटन पत्र जारी कर दिया. फर्जी आवंटन पत्र जारी कर कई लोगों से लाखों रुपए बटोर लिए. मामले का खुलासा तब हुआ जब फर्जीवाड़े के शिकार एक व्यक्ति ने नाका थाने में शिकायत की.
राजेन्द्र नगर के प्रीति प्रकाश ने चपरासी को 25 लाख रुपए लेकर प्लाट न देने की शिकायत की. पुलिस ने आवंटन पत्र को जांच के लिए एलडीए भेजा तो खुलासा हुआ कि आवंटन पत्र पर पूर्व सचिव पवन कुमार गंगवार के फर्जी हस्ताक्षर हैं. नाका थाने के उपनिरीक्षक सुभाष चन्द्र यादव ने 13 फरवरी 2024 को एलडीए के वर्तमान सचिव विवेक श्रीवास्तव को एक पत्र लिखा था. अपने पत्र के साथ उन्होंने एक आवंटन पत्र भी संलग्न किया था. इस आवंटन पत्र में चार लोगों के नाम चार भूखण्डों का एक साथ आवंटन दिखाया गया. एलडीए सचिव विवेश श्रीवास्तव ने जांच करायी तो पता चला कि यह पत्र एलडीए से बना ही नहीं है. एलडीए ने किसी को आवंटन नहीं किया. एलडीए सचिव ने 24 फरवरी को नाका पुलिस को पत्र लिखा कि आवंटन पत्र पर तत्कालीन सचिव का हस्ताक्षर फर्जी है
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश
एलडीए ने मामले की जांच करायी तो सम्बंधित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संतोष कुमार स्मारक समिति का मिला. वह मूलत राजापुर इंदौरा बक्शी का तालाब का रहने वाला है. शहर में वह सी-4/2 निराला नगर में रहता है. एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्मारक समिति के प्रबंधक प्रशासन को 24 फरवरी को पत्र लिख दिया है. जल्दी ही उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी. उसे बर्खास्त भी किया जाएगा.