प्रतापगढ़: बहादुर चिकित्सालय में भर्ती मरीज को खाना पहुंचाने जा रहे स्तों को ट्रक ने कुचल दिया. हादसे में मौके पर ही नों की मौत हो गई. शव के टुकड़े होने से बाइक के जरिए करीब घंटेभर बाद नों की पहचान हुई तो उनके घर कोहराम मच गया. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने नों स्तों के शव साथ सई नदी के किनारे के ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया.
नगर कोतवाली के मुर्गी फार्म कांशीराम कॉलोनी निवासी राजेन्द्र करीब 25 साल पहले बांदा से आकर बेल्हा में बस गए. उन्हीं की तरह उनका 19 वर्षीय बेटा पृथ्वी राणा उर्फ अंशू भी सफाईकर्मी का काम करता था. रात वह कॉलोनी के ही रहने वाले अपने स्त 18 वर्षीय सागर पुत्र अशोक के साथ विकास भवन के पास स्थित रूपापुर गांव गया था. वहां से व्यक्ति की बाइक लेकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज को देखने आ रहा था. पुलिस के मुताबिक रात करीब 11 बजे आईटीआई के पास पहुंचे तभी ट्रक को ओवरटेक करते समय बाइक ट्रक के पहिए के नीचे आ गई. हादसे में नों की मौत हो गई. सूचना पर पहुंचे सिविल लाइन चौकी इंचार्ज सतीश यादव ने बाइक के नंबर के आधार पर उनकी पहचान का प्रयास किया. बाइक का रजिस्ट्रेशन रूपापुर के व्यक्ति के नाम पर देख रूपापुर के लोगों को बुलाया गया. इसके बाद पता चला कि नों मृतक करीब ही स्थित मुर्गी फार्म कांशीराम कॉलोनी के रहने वाले थे. जानकारी मिलते ही परिजन पहुंचे और शव देखते ही कोहराम मच गया. चौकी इंचार्ज ने बताया कि वाहन की जानकारी की जा रही है.