Pratapgarh: लखनऊ से अवकाश पर घर आए सिपाही और सीआरपीएफ हवलदार की मौत हुई
"सीआरपीएफ कैंप में हवलदार सलामी देने के बाद पार्थिव शरीर पैतृक आवास ले जाया गया"
प्रतापगढ़: गोमती नगर लखनऊ से अवकाश पर घर आए सिपाही और त्रिसुंडी अमेठी सीआरपीएफ कैंप के हवलदार की दोपहर अचानक तबीतय बिगड़ने पर मौत हो गई. दोनों के पार्थिव शरीर का यहां पोस्टमॉर्टम कराया गया. सीआरपीएफ कैंप में हवलदार सलामी देने के बाद पार्थिव शरीर पैतृक आवास ले जाया गया.
महेशगंज थाना क्षेत्र के राजापुर निवासी प्रेमचंद पाण्डेय का 27 वर्षीय बेटा मुकेश पांडेय 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी के पद पर भर्ती हुआ था. वर्तमान में वह लखनऊ के गोमतीनगर थाने में तैनात था. इस बीच वह अवकाश पर घर आया था. दोपहर घर में बैठा था तभी अचानक चक्कर आने से गिरकर अचेत हो गया.
परिजन निजी चिकित्सक के पास ले गए लेकिन उसकी मौत हो गई थी. परिजन शव लेकर घर चले आए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
कोहंडौर थाने के करीब अमेठी के त्रिसुंडी सीआरपीएफ कैंप में मध्य प्रदेश होशंगाबाद रोहन प्लासदा के रहने वाले 44 वर्षीय हवलदार धर्मेंद्र सिंह की दोपहर अचानक तबीयत बिगड़ गई. वह कुछ ही दिन पहले कैंप में ट्रेनिंग के लिए आया था. चक्कर आने से वह गिर गया तो साथी उसे मेडिकल कॉलेज ले आए. यहां उसे मृत घोषित कर दिया.
नगर कोतवाली पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराया तो पार्थिव शरीर त्रिशुंडी कैंप ले जाया गया. वहां सलामी देने के बाद पार्थिव शरीर विशेष वाहन से घर ले जाया गया.
दो माह से पहले बिखर गए स्वाती के सपने: महेशगंज के राजापुर निवासी सिपाही मुकेश दो भाइयों में बड़ा था. उसे दो बहनें भी हैं. पिता प्रेमचंद पांडेय डेरवा में चाय की दुकान चलाते हैं. मुकेश पर ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी. अभी 24 नवम्बर 2024 को स्वाती से उसकी शादी हुई थी. मुकेश के घर आने से पूरे परिवार के लोग खुश थे. अचानक उसकी मौत से मां रानीदेवी, पत्नी स्वाति पाण्डेय समेत पूरे परिवार के लोगों की हालत बिगड़ जा रही थी. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों ने पहले उनके तैनाती वाले थाने पर जानकारी दी थी. वहां से परिजन यहां भेजे गए तो पोस्टमॉर्टम कराया गया है.