मुरादाबाद न्यूज़: नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शुभान अली द्वारा शहर कोतवाली में तहरीर दी थी. उन्होंने लिखा कि हटाए गए कर्मचारियों को बहाल कराने व कर्मचारियों का वेतन 15 हजार कराए जाने की मांग को लेकर सदन में अपनी बात रखने के लिए गया था. इस दौरान सदन में अनाधिकृत व्यक्ति चंद्रशेखर शर्मा निवासी कानून गोयान मुगलपुरा, सुरेंद्र विश्नोई पार्षद रामगंगा विहार व अन्य व्यक्तियों द्वारा नगरायुक्त के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग किया गया. जिस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया. चंद्रशेखर शर्मा ने सदन में पिस्टल लहराई. सुरेंद्र विश्नोई व उनके साथ अन्य व्यक्तियों ने मेरे व मेरे साथियों के साथ मारपीट की. गले से सेने की चेन छीन ली. किसी तरह पुलिस वालों ने सभी को बाहर निकाला. निगम द्वारा अनुबंधित किए गए फोटोग्राफर से भी चिप चंद्रशेखर ने छीन ली.
सदन का अपमान करने वालों का तबादला किया जाना पूरी तरह से ठीक है. बवाल के दोषी अन्य पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए.
- सुधीर सेठ, पार्षद मानसरोवर
शासन का निर्णय स्वागत योग्य है. दोषी कर्मियों को निलंबित करने के साथ ही डिमोशन की भी शासन स्तर पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
- रुचि चौधरी, पार्षद
ट्रांसफर हुए अधिकारियों ने पार्षद व मेयर का अपमान किया था. अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई होगी.
- सुरेंद्र विश्नोई, उप नेता सदन
सदन का अपमान करने वाले अधिकारियों का ट्रांसफर के साथ-साथ कार्रवाई भी की जानी चाहिए. - विवेक शर्मा, निर्दलीय पार्षद