मेडिकल रिप्रजेंटेटिव पर दिनदहाड़े हुए हमले के चार दिन बाद भी पुलिस के खाली हाथ

पुलिस को हमलावरों की जानकारी नहीं मिली

Update: 2024-04-07 06:15 GMT

मथुरा: सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मेडिकल रिप्रजेंटेटिव (एमआर) पर दिनदहाड़े हुए हमले के मामले में चार दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है. दर्जनभर लोगों को उठाया गया लेकिन पुलिस को हमलावरों की जानकारी नहीं मिली. अफसरों का कहना है कि टीमें काम कर रही हैं.

भावनपुर के ग्राम पचगांव निवासी शलभ तोमर एक दवा कंपनी में एमआर हैं. 21 को वह अपने साथियों के साथ एसएसपी आवास के निकट कुटी चौराहे पर एक चाय की दुकान पर बैठे थे. दोपहर करीब डेढ़ बजे दर्जनभर हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया. इस हमले में शलभ बाल-बाल बच गये. हमलावरों के हाथ में तमंचा, लोहे की रॉड, बेसबॉल बैट रहे. वारदात के बाद हवा में तमंचे लहराते हुए हमलावर फरार हो गये. पूरी घटना सोशल मीडिया पर वायरल हुई और डीजीपी दफ्तर ने संज्ञान ले लिया.

उसी शाम तीन नामजद और आठ से दस अज्ञात हमलावरों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया. मामला हाईलाइट होने के बाद पुलिस की तीन टीमों को हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया. तभी से टीमें दबिश दे रही हैं लेकिन हमलावर पुलिस से एक कदम आगे दिखाई दे रहे हैं और छकाने में लगे हैं.

दर्जनभर लोगों से की गई पूछताछ: तीन आरोपी नामजद हैं. इसके बाद भी पुलिस वारदात करने वालों के आगे बेबस दिख रही है. पुलिस सूत्रों की मानें तो अब तक करीब दर्जनभर लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया लेकिन पुलिस को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग पाया. पुलिस बताये गये स्थान पर दबिश डालती है और चंद मिनट पहले ही हमलावर फरार हो जाते हैं.

पुलिस की टीमें हमलावरों की तलाश कर रही हैं. जल्द ही हमलावर पुलिस की गिरफ्त में होंगे. किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. सभी के मोबाइल नंबर वारदात के बाद से बंद हैं.

- अभिषेक तिवारी, सीओ, सिविल लाइन.

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