जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत के मामले का पुलिस ने किया खुलासा, 7 लोग गिरफ्तार
रायबरेली के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में 25-26 जनवरी की रात में देसी शराब के ठेके से खरीदी गई
रायबरेली के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में 25-26 जनवरी की रात में देसी शराब के ठेके से खरीदी गई, शराब के सेवन से हुई 11 लोगों की मौत मामले में आज पुलिस ने खुलासा करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से ढक्कन, रैपर और तैयार की हुई शराब की बड़ी खेप बरामद की गई है. वहीं, मामले का मुख्य अभियुक्त अभी पुलिस की पकड़ से दूर है और उसपर 25 हजार का ईनाम घोषित कर उसकी तलाश की जा रही है. अब तक मामले में दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
बताते चलें कि जिले के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में 25 जनवरी को गांव निवासी सुखरानी के यहां समारोह था, जिसमें गांव के कुछ लोगों ने सड़क पर संचालित देसी शराब की दुकान से शराब खरीदी और उसका सेवन किया. देर रात तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत बिगड़ने लगी, जिन्हें ईलाज के लिए सीएचसी महराजगंज पहुंचाया गया. लेकिन इसी बीच चार लोगों ने दम तोड़ दिया. मामले की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी से लेकर पुलिस अधीक्षक तक अपने अधीनस्थों के साथ मौके पर पहुंच गए, तब तक दो लोगों ने और दम तोड़ दिया. आनन फानन में पीड़ितों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पुलिस की जांच में हुआ ये बड़ा खुलासा
पुलिस और आबकारी विभाग ने मामले की जांच शुरू की तो शराब मिलावटी निकली. तत्काल दुकान के अनुज्ञापी और सेल्समैन के खिलाफ मुकदमा लिखा. साथ ही दोषियों की तलाश शुरू की. जिस ब्रांड की शराब से मौते हुई उसपर रोक लगा दी. लेकिन इस दौरान मौतों का आंकड़ा दस तक पहुंच गया. इसी बीच ओलिस ने शराब की दुकान के मालिक और सेल्समैन को और एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
मामले की विवेचना के दौरान पड़ोस के एक गांव के प्रधान का नाम सामने आने पर जब उसे गिरफ्तार किया गया तो उसके पीछे एक बड़ा गैंग सामने आया और आज पुलिस ने गैंग के 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही उनके पास से बरामद स्कार्पियो और पिकअप गाड़ी से 2250 शीशी नकली शराब और नेक्सान कार से 221 शीशी कुल 10 पेटी नकली शराब बरामद की गई. 4200 ढक्कन, क्यूआर कोड आदि बरामद किए गए. फिलहाल इस पूरे गैंग को नवीन जायसवाल संचालित करता था और वो अभी तक फरार है. उसपर पुलिस ने 25 हजार का ईनाम घोषित कर उसकी तलाश शुरू कर दी. इस गैंग ने जिले के दो देसी शराब की दुकानों पर ये नकली शराब कम कीमत में बेची थी और इसके सेवन से ही 11 लोगों की मौत हो गई.