बागपत क्राइम न्यूज़: अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद फरार हुए आरोपी टीकरी गांव के सचिन को पुलिस ने सूजरा नहर के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मुठभेड़ में आरोपी पैर में गोली लगने से घायल हो गया। जिसे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार: टीकरी के रहने वाले सचिन के खिलाफ वर्ष 2018 में दोघट थाने में जानलेवा हमला और बागपत कोतवाली में एससी-एसटी एक्ट और धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। धोखाधड़ी और एससी-एसटी एक्ट के मुकदमे में उसका कुछ दिन पहले ही गैर जमानती वारंट जारी हुआ था।
कोर्ट में किया था आत्मसमर्पण: मंगलवार को सचिन ने एससी-एसटी अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। उसको कोर्ट मोहर्रिर कांस्टेबल अफजाल की कस्टडी में दिया गया। तभी आरोपी सचिन कांस्टेबल को चकमा देकर अदालत से फरार हो गया। अदालत से आरोपी के भागने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया और पुलिस उसे तलाशने में जुट गई।
मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार: एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि पुलिस उसको तलाश कर रही थी। जगह-जगह चेकिंग की जा रही थी। मंगलवार की देर रात को सुजरा नहर के पास सचिन नजर आया। उसे देखकर पुलिस ने पकड़ने का प्रयास किया तो उसने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस के जवाबी फायरिंग करने पर गोली उसके पैर में लग गई और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। एसपी ने बताया कि उसके पास से एक तमंचा व कारतूस का खोखा बरामद हुआ है।
परिजनों के दबाव में किया था सरेंडर: एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि उसका गैर जमानती वारंट जारी हो गया था और उसको पकड़ने के लिए पुलिस घर जा रही थी। इस कारण वह परिजनों के साथ सरेंडर करने के लिए अदालत में पहुंचा था। एसपी के अनुसार परिजनों ने उस पर दबाव दिया तो सचिन सरेंडर करने के लिए पहुंच गया। आशंका है कि परिजनों के जाने के बाद वह वहां से चकमा देकर भाग गया।
कोर्ट मोहर्रिर पर भी मुकदमा: अदालत से आरोपी सचिन के भागने पर एससी-एसटी अदालत के रीडर विकास विश्नोई की तरफ से कोतवाली में आरोपी सचिन और कोर्ट मोहर्रिर कांस्टेबल अफजाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। वह कोर्ट में सरेंडर करने के कुछ देर बाद ही भाग निकला था।