पुलिस ने टावरों से उपकरण चोरी करने वाले इंजीनियर समेत छह आरोपी दबोचे

गिरोह के छह सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

Update: 2024-05-16 08:29 GMT

गाजियाबाद: क्राइम ब्रांच ने मोबाइल टावरों से उपकरण चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इंजीनियर समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के राज्यों में सौ से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है. गिरोह के छह सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद का कहना है कि 22 दिसंबर को मोबाइल टावरों में चोरी करने वाले दस आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. जांच में पता चला था कि सभी आरोपी अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य हैं, जो मोबाइल टावरों से रेडियो रिसीवर यूनिट समेत कीमती उपकरण चोरी करके कबाड़ियों के माध्यम से देश-विदेश में सप्लाई करता है. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम गिरोह की तलाश में जुट गई थी.

इसी क्रम में क्राइम ब्रांच ने गिरोह के 12 आरोपियों को ट्रेस किया, जिनमें से छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों की पहचान दिल्ली मुस्तफाबाद निवासी कैफ मलिक, शुएब और सुहेल मलिक, थाना चांदीनगर बागपत के गांव गढ़ी कलंजरी निवासी सुमित कसाना, थाना मंगलौर जिला हरिद्वार के गांव तांसीपुर निवासी राहुल गोयल और कस्बा मुरादनगर के मोहल्ला पठानान निवासी वसीम अल्वी के रूप में हुई है. सुहेल मलिक मूलरूप से थाना सरूरपुर मेरठ के गांव डाहर का रहने वाला है. राहुल गोयल इंजीनियर है तो कैफ मलिक, सुमित कसाना और शुएब कबाड़ी हैं. जबकि सुहेल मलिक और वसीम अल्वी टावरों में चोरी करते हैं. आरोपियों ने दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, बिहार और मध्यप्रदेश में मोबाइल टावरों से चोरी करने की बात कबूली है. राहुल गोयल रुड़की के कॉलेज से बीटेक किया. प्लेसमेंट न होने पर प्राइवेट कंपनियों में नौकरी की. पिछले साल से मोबाल टावरों की मेंटेनेंस का काम देखने वाली टेली कंस्ट्रक्शन्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है. एडीसीपी क्राइम के मुताबिक गिरोह के सदस्य दिन में सुनसान स्थानों पर लगे मोबाइल टावरों को चिन्हित करते थे.

Tags:    

Similar News

-->