इलाहाबाद न्यूज़: अनिल दुजाना के एनकाउंटर के बाद बादलपुर पुलिस और एडीसीपी राजीव दीक्षित भी गांव में पहुंच गए. गांव में माहौल शांत है, लेकिन फिर भी पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है.
अनिल दुजाना के एनकाउंटर की सूचना के बाद गांव दुजाना का माहौल बदला हुआ है. सूचना मिलने के बाद गांव में जगह-जगह लोग इकट्ठा होकर चर्चा हो रही है. गांव में अनिल का घर बाहरी हिस्से में बना है. उसके घर के पास भी कुछ लोग जमा हैं. उससे आगे बढ़कर गांव में प्रवेश करते ही ग्रामीणों की विभिन्न टोलियां खड़ी हैं. इनके बीच पहुंच कर चर्चा करने पर वह बताते हैं कि अनिल ने गांव के किसी व्यक्ति के साथ कभी बुरा नहीं किया. ग्रामीणों के अनुसार वह गांव में करीब तीन साल पहले अपनी शादी के बाद अंतिम बार आया था. तब भी वह गांव प्रसाद बांट कर लौट गया था. उसके बाद गांव में वह कभी नहीं आया.
रौब जमाने के लिए दुजाना को अपना सरनेम बनाया
बादलपुर का दुजाना गांव कभी कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से जाना जाता था. सत्तर और अस्सी के दशक में सुंदर का दिल्ली-एनसीआर में खौफ था. उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दे दी थी. अब एक बार फिर दुजाना गांव सुर्खियों में है. अनिल दुजाना इसी गांव का रहने वाला था. अपना रौब जमाने के लिए उसने अपना सरनेम दुजाना चुना था. गांव का नाम सरनेम की जगह लिखने पर ग्रामीणों ने विरोध भी किया था.