उत्तरप्रदेश: हापुड़ में वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद पैदा हुई रार लगता है जल्द खत्म नहीं होने वाली है। एक तरफ वकीलों ने पुलिस और अधिकारियों के ऊपर दबाव बनाने के लिए हड़ताल कर दी है, तो दूसरी तरफ पुलिस ने वकीलों के खिलाफ दो और केस दर्ज कर लिए हैं। इन केस में कैदियों को भगाने का प्रयास, हवालात पर पहुंचकर तोड़फोड़ और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट का आरोप है। अब तक कुल तीन मुकदमे पुलिस की ओर से अधिवक्ताओं पर दर्ज किए जा चुके हैं।
हवालात के इंचार्ज उप निरीक्षक हरपाल सिंह द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया है कि वकीलों की भीड़ शुक्रवार को अचानक हवालात में पहुंची और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान कुर्सी तोड़ी और हवालात का गेट तोड़ने का प्रयास किया। इस दौरान कैदियों को हवालात से भगाने का प्रयास भी किया गया। इस दौरान कैदियों में चीख पुकार मच गई।
तोड़फोड़ के दौरान ही एक पीआरडी जवान के साथ मारपीट किए जाने का आरोप भी है। पीआरडी जवान ने दर्ज कराए मुकदमे में आरोप लगाया है कि कुछ वकील उसके करीब आए और अचानक से उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इससे पहले पुलिस ने 18 धाराओं में तीन सौ से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था।
इससे पहले हापुड़ में लाठीचार्ज को लेकर बुधवार को प्रदेश भर के वकील हड़ताल पर रहे और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। लखनऊ-प्रयागराज और मेरठ समेत कई जिलों में पुलिस और वकीलों के बीच तीखी झड़प हुई। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए मेरठ कमिश्नर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन भी किया है। यूपी बार काउंसिल ने 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए हापुड़ के डीएम, एसपी, सीओ को हटाने की मांग की है। शुक्रवार को भी हड़ताल पर रहने का ऐलान किया है।
हापुड़ पुलिस ने मंगलवार को हुए बवाल में 17 वकीलों को नामजद करते हुए 250 अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में हापुड़ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया है। एएसपी मुकेश मिश्र ने
शुक्रवार को एक महिला अधिवक्ता और सिपाही के बीच विवाद का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें अधिवक्ता द्वारा सिपाही की नेम प्लेट नोचने की बात भी सामने आई थी। इसके बाद पुलिस ने महिला अधिवक्ता समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। वकील इसी मुकदमे का विरोध करने के लिए मंगलवार को हापुड़ में जाम लगा कर प्रदर्शन कर रहे थे। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने लाठी भांजकर भीड़ को तितरवितर कर दिया था। लाठी चार्ज में कई वकील चोटिल हो गए थे।