यूपी में का बा के जवाब में कवयित्री अनामिका जैन अम्बर ने गाया यूपी में बाबा

Update: 2023-03-07 07:09 GMT

लखनऊ: प्रसिद्ध लोक गायिका नेहा राठौर ने हाल ही में ‘यूपी में का बा’ गीत गाकर न केवल देशभर में तहलका मचाया था, बल्कि उन्होंने अपने इस गीत के माध्यम से राज्य की योगी सरकार पर भी कटाक्ष किए। नेहा राठौर के इन कटाक्ष का जवाब देने के लिए प्रसिद्ध ​​हिन्दी कवियत्री अनामिका अंबर जैन सामने आई है। उन्होंने अपनी कविता ‘यूपी में बाबा’ का वीडियो पेश किया है। उनका यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

आपको बता दें कि अनामिका अंबर जैन अंबर ने अपने इस गीत में ”ताने हमपे ताने ठाणे, दुश्मन सब भननाने ठाणे। लेकिन हम बाबा के संग हैं, भारत मां के लाले ठाणे।।” अपनी इस कविता में अनामिका अंबर ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की है। यूपी में भाजपा सरकार की नीतियों को श्रेष्ठ बताया।’

कौन है अनामिका अंबर प्रोफाइल

अनामिका अंबर जैन मूल रुप से उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली है। वो कई सालों से काव्य पाठ करती आ रही हैं। अपनी कविताओं से अनामिका अंबर जैन ने एक विशिष्ठ पहचान कवियों के बीच में बनाई है। वो ज्यादातर प्रेम, राजनीति, हास्य और राष्ट्रवाद से जुड़ी कविताएं लिखती और पाठ करती हैं।

अनामिका वर्तमान समय के एक उभरती हुई ऐसी कवयित्री हैं। वे अपने व्यंगात्मक तरीके से कविता लिखती है और उसका उच्चारण एक अलग अंदाज में करती हैं।

अनामिका का जन्म और शिक्षा

डॉ. अनामिका अंबर का जन्म सन 1983 में बुंदेलखंड के ललितपुर जिला के एक छोटा सा गांव धनगौल में हुआ था। अनामिका के पिता उत्तम चंद जैन थे जो भी एक प्रसिद्ध वकील हैं। उनकी माता का नाम श्रीमती गुणमाल जैन है जो कि एक गृहिणी है।

अनामिका अंबर की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही कान्वेंट स्कूल में हुई। इंटरमीडिएट के बाद उनका चयन सीपीएमटी में हुआ। उन्होंने ग्वालियर से ही जीवाजी विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक एवं परास्नातक डिग्री प्राप्त की और उसी यूनिवर्सिटी से पीएचडी की।

अनामिका का वैवाहिक जीवन

अनामिका की अपने कॉलेज के दौरान सौरव सुमन नाम के लड़के से मुलाकात हुई। दोनों की मुलाकात हिंदी काव्य मंच पर होती थी। जिसके बाद दोनों ने हिंदी के रंगमंच पर एक साथ प्रस्तुति करना आरंभ किया और लोगों ने इन दोनों की जोड़ी को काफी पसंद की जाने लगी।

अनामिका और सौरव सुमन ने लगभग 6 वर्षों तक अनवरत एक मंच पर काम करने के बाद सन 2006 में दोनों ने अपने परिजनों की सहमति से विवाह कर लिया। उसके बाद हिंदी के काव्य मंच पर विख्यात कवि युगल होने का गौरव भी दोनों ने प्राप्त कर लिया। अनामिका और सौरभ ने विवाह के बाद भी दोनों एक साथ मंच पर प्रस्तुति देते रहे और एक के बाद एक सफलता उनके कदम चुनती गई। आज कवि सम्मेलन के मंच पर एक मात्र अनामिका और सौरव की जोड़ी युवा दंपति के रूप में स्थापित होती है। अनामिका अंबर के दो बेटे हैं। एक का नाम काव्य और दूसरे का नाम ग्रंथ है।

अनामिका जैन अंबर ने मेरठ में एक अपना निजी स्कूल भी चलती है। उनके स्कूल का संचालन उसके प्राचार्य एवं संचालक मंडल संभालते हैं। अनामिका जैन फ्री रहती है, तब अपना पूरा समय उस विद्यालय में ही बिताती है

Tags:    

Similar News

-->