उत्तरप्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को खिलाड़ियों से कहा कि सरकारी नौकरी मिलने के बाद वे अपने खेल में अभ्यास करना बंद नहीं करें। लोक भवन के सभागार में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के माध्यम से कुशल खिलाड़ी कोटे में चयनित 233 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जिस ईमानदारी और पारदर्शी तरीके से आपका चयन हुआ है, आपसे भी राज्य सरकार को इसी ईमानदारी की उम्मीद है। ’’ योगी आदित्यनाथ ने पुलिस बल में भर्ती हुए खिलाड़ियों से उत्तर प्रदेश पुलिस टीम का हिस्सा बनकर बेहतरीन प्रदर्शन की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘खेलकूद की गतिविधियां एक खिलाड़ी के लिए उसकी रचनात्मकता का प्रतीक होती हैं। खिलाड़ी अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से सकारात्मक ऊर्जा और आत्मनिर्भरता के माध्यम से समाज में कुछ कर गुजरने की तमन्ना रखता है।
हालांकि, जैसे ही उसे सरकारी सेवा में आने का अवसर मिलता है वो खिलाड़ी अक्सर अभ्यास बंद कर देते हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अपने अभ्यास को निरंतर बनाए रखते हुए जब तक सामर्थ्य है उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए, राज्य सरकार के लिए खेलिए। जब आपको लगेगा कि अब इससे अलग होना है तो फिर उत्तर प्रदेश पुलिस बल में उस संबंधित खेल के कोच के रूप में युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करें। ’’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कुशल खिलाड़ियों के साथ देश के अलग-अलग राज्यों से भी कुशल खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत का वह भाग है जिसके तहत खिलाड़ी की उन भावनाओं को सम्मान देना है जो अपने लिए नहीं, देश के लिए खेलता है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह पहली बार नहीं है। याद कीजिए तोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में जिन खिलाड़ियों ने देश के लिए पदक जीते थे, वे चाहे किसी भी राज्य के थे, उन सभी को हमने सम्मान दिया था और नकद राशि भी दी थी। ’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ इससे पहले आठ जुलाई को भी हमने 227 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे। उसमें भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी थे। आज जो नियुक्ति पत्र दिए गए हैं, उसमें 154 पुरुष और 79 महिलाएं उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बन रही हैं।