उत्तरप्रदेश | इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से एएमए सभागार में व्याख्यान का आयोजन किया गया. इस अवसर पर एसजीपीजीआई लखनऊ की क्लीनिकल हिमैटोलॉजी विभाग की डॉ. फहीमा हसन ने थ्रोम्बोसाइटोपेनिया उपचार पर व्याख्यान दिया. कहा कि यह एक चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें रोगी के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या औसत से कम हो जाती है. प्लेटलेट्स वह रक्त कोशिकाएं होती हैं, जो एक साथ चिपककर और चोट वाली जगह को बंद करके रक्त का थक्का बनने में मदद करती हैं. इससे रक्तस्राव बंद हो जाता है.
थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के मरीजों में अधिक रक्तस्राव, मूत्र व मल में रक्त, अधिक थकान और घाव वाली जगह में लंबे समय तक रक्तस्राव होता रहता है. आम तौर पर कम प्लेटलेट्स के हल्के मामलों का निदान नहीं हो पाता है. गंभीर लक्षणों के मामले में रोगियों का आमतौर पर कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स या प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन किया जाता है. एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. जेवी राय ने डॉ. फहीमा हसन को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया. संचालन एएमए के सचिव डॉ. आशुतोष गुप्ता ने किया. डॉ. कमल सिंह, डॉ. अशोक अग्रवाल, डॉ. सुजीत सिंह, डॉ. युगांतर पांडेय, डॉ. राजेश मौर्य मौजूद रहे.
गोवंश रक्षण की बैठक 15 सितंबर से
भारतीय गोवंश रक्षण संवर्धन परिषद (विहिप) गोरक्षा काशी प्रांत की बैठक पुरंदर आश्रम झूंसी में हुई. परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. गुरु प्रसाद सिंह ने कहा 15 से 17 सितंबर तक प्रयाग में गोरक्षा की अखिल भारतीय तीन दिवसीय बैठक होगी. विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री नितिन ने कहा कि गोमाता को बचाना है तो हमें गो-उत्पाद पर ध्यान देना होगा. बैठक में भोला नाथ को परिषद के काशी प्रांत का अध्यक्ष, वीरेंद्र जायसवाल व सोनी लखवानी उपाध्यक्ष, लाल मणि तिवारी मंत्री, अवधेश राय सहमंत्री, सौरभ सिंह कोषाध्यक्ष बनाया गया.