पिकनिक स्पॉट की योजना फिर अधर में
तत्कालीन डीएम संजय कुमार ने बनाई थी योजना पूर्व
इलाहाबाद: उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क नेहरू पार्क की तरह कनिहार झील को पिकनिक स्पॉट बनाने की योजना फिर लटक गई है. इसके जीर्णोद्धार के लिए बजट नहीं मिल रहा है. शासन भी झील को संवारने के लिए बजट देने को तैयार नहीं है.
झूंसी स्थित कनिहार झील को संवारने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण और नगर निगम ने अपनी-अपनी योजना बनाई. दोनों एजेंसियों ने प्रदेश सरकार से झील के लिए बजट मांगा, लेकिन नहीं मिला. उम्मीद की जा रही थी कि महाकुम्भ-2025 से पहले झील के लिए बजट मिलेगा. महाकुम्भ के लिए लगभग आठ हजार करोड़ रुपये बजट का प्रावधान किया गया, लेकिन इसमें झील के लिए एक पैसा नहीं है. पिछले दिनों महाकुम्भ की तैयारियों पर बैठक में झील को विकसित करने का मुद्दा उठा.
बात बजट की आई तो पीडीए और नगर निगम ने हाथ खड़े कर दिए. अब यह साफ हो गया है कि आगामी महाकुम्भ में भी झील को पिकनिक स्पॉट नहीं बनाया जा सकेगा. कुम्भ 2019 में भी झील को संवारने की योजना बजट के अभाव में लटक गई थी. पीडीए और नगर निगम के अधिकारी कहते हैं कि झील को आदर्श
पिकनिक स्पॉट बनाने पर लगभग एक अरब रुपये खर्च होने की संभावना है. शासन में दोनों एजेंसियों ने प्रस्ताव भेजा है. पीडीए के मुख्य अभियंता नीरज कुमार गुप्ता ने भी आगामी महाकुम्भ में कनिहार झील को संवारने की योजना की जानकारी होने से इनकार किया.
तत्कालीन डीएम संजय कुमार ने बनाई थी योजना पूर्व डीएम संजय कुमार ने झूंसी स्थित कनिहार झील को संवारने की योजना बनाई थी. प्रकृति के प्रेमी संजय कुमार झील को पक्षी विहार के तौर पर विकसित करना चाहते थे. उनके कहने पर ही पीडीए ने 2016-17 से झील को संवारने की कवायद शुरू की थी.