प्रयागराज। कोतवाली क्षेत्र के पुराने पुल के समीप फूल मंडी भट्टा गांव में बीते शुक्रवार को नवनिर्मित मकान के बालकनी ढहने से मां-बेटे की मौत हो गयी थी। जिसके बाद शनिवार की शाम पोस्टमार्टम हाऊस से लौटने के बाद मृतका के परिवार वालों और स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम करते हुए हगामा शुरू कर दिया।
चक्काजाम की सूचना नैनी पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन वह मकान को गिराने और मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर अड़े रहे। घण्टों चले हंगामे के बाद पुलिस के आश्वासन पर लोग शांत हुए और चक्काजाम को समाप्त कर दिया।
बता दें कि फ़ूलमण्डी भट्ठा गांव के रहने वाले लाल बहादुर बिंद का मकान कुछ दिनों से बन रहा था। मकान का आधे से ज्यादा कार्य पूरा हो चुका था। शुक्रवार को गांव के ही रहने वाले काजू बिंद की पत्नी सुनीता देवी और उसका बेटा बजरंगी व उसके अन्य बच्चे लाल बहादुर के मकान के नीचे बैठे हुए थे। जहां अचानक से लाल बहादुर के मकान के आगे की बालकनी गिर गयी और नीचे बैठी सुनीता देवी व उसके बेटे बजरंगी की मौत हो गई थी। जबकि अन्य 4 बच्चे घायल हो गए थे।
इस दौरान सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार को पत्नी सुनीता देवी और बेटे बजरंगी का शव पोस्टमार्टम से आने के बाद परिवार वालों और रिश्तेदारों ने लेकर फूल मंडी चौराहे पर रख दिया और चक्का जाम करते हुए हंगामा शुरू कर दिया सूचना नैनी पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने हंगामे को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन परिवार वाले अपनी जिद पर अड़े रहे कुछ देर के बाद एसीपी अजीत सिंह चौहान व नैनी इंस्पेक्टर बृजेश सिंह पहुंचे और घंटों कड़ी मशक्कत के बाद आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत करा दिया।
पुलिस के मुताबिक घरवाले मकान को गिराने और मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे जिसमें उन्हें समझाया गया कि मकान गिराने का काम राजस्व का है मुकदमा दर्ज करने का काम हमारा इस बाबत मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के आश्वासन के बाद मृतक के परिवार वालों ने चक्का जाम समाप्त किया। जिसके बाद आवागमन शुरू हो सका।