निचले इलाके के लोग पलायन को मजबूर, गंगा का रौद्र रूप

Update: 2022-08-21 17:58 GMT

वाराणसी: बनारस में गंगा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. स्थिति यह है कि खतरे के निशान से गंगा का जलस्तर कुछ ही सेंटीमीटर की दूरी पर है. गंगा के बढ़ते स्तर के कारण 84 घाट जलमग्न हो चुके हैं. तो वहीं निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है. इसको लेकर प्रशासन ने अब अलर्ट जारी कर दिया है.

वाराणसी के घाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं. गंगा का पानी घाटों को पारकर गलियों की तरफ बढ़ रहा है. वहीं, दूसरे इलाकों की बात करें तो निचले इलाकों की तस्वीर यहां रहने वालों को लिए चिंता का सबब बनी हुई है. कुछ लोग तो मकानों के ऊपरी हिस्सों में अपना डेरा जमाए हुए हैं, तो वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो सुरक्षित स्थान की तलाश में घरों से सामान निकाल रहे हैं. बताते चलें कि बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए प्रशासन भी अब अलर्ट मोड में आ चुका है. इसके लिए प्रशासन ने तत्काल बाढ़ शिविरों को खोले जाने का निर्देश दिया है.

गौरतलब हो कि गंगा का जलस्तर फिलहाल 2 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है. तस्वीरें जो सामने आई हैं. उनमें गंगा खतरे के निशान से मात्र आधा मीटर की दूरी पर ही है. वर्तमान में गंगा का जलस्तर 69.77 है जबकि खतरे का निशान 70.269 पर है. ऐसे में अगर गंगा का जलस्तर इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो रविवार शाम त क गंगा खतरे के निशान को पार कर लेगी. इससे बनारस बाढ़ की चपेट में(Banaras in grip of flood) आ जाएगा.

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