लखनऊ न्यूज़: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश के सरकारी एवं संबद्ध निजी अस्पतालों के एक ही वार्ड में सभी आपातकालीन सुविधाएं मिलेंगी. जल्द सतत संजीवनी सेवा शुरू की जाएगी. इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेजों में 30 बेड का इमरजेंसी हॉस्पिटल बनेगा. इसके सुचारू संचालन के लिए एक एकीकृत कंट्रोल एंड कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा.
सभी प्रकार की आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं सभी रोगियों को पहले 48 घंटे तक निशुल्क प्रदान की जाएंगी. अभी इमरजेंसी में ृ24 घंटे मुफ्त इलाज की व्यवस्था है. उपमुख्यमंत्री लाल बहादुर शास्त्रत्त्ी भवन स्थित सभागार में चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की सतत संजीवनी सेवा के संबंध में समीक्षा बैठक कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल इमरजेंसी सुविधा के ढांचे को दुरुस्त किया जा रहा है.
इमरजेंसी को तीन श्रेणियों में बांटें: उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी जनपदीय अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अस्पतालों की क्षमता वृद्धि की जाय. इमरजेंसी हॉस्पिटल को एल-1, एल-2, एल-3 में श्रेणीबद्ध करके उनका प्रभावी मॉनीटरिंग की जाए.