उत्तरप्रदेश | सरकारी अस्पताल में निजी अस्पतालों में मरीजों को भेजा जा रहा है. एक जांच में इसका खुलासा हुआ है. संबंधित स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गत दिनों बीमारी के कारण कमलेश शर्मा नामक व्यक्ति की एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी. इस मामले में जांच करायी गई. जांच टीम ने जांच पूरी कर रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है. जांच टीम की रिपोर्ट के अनुसार मृतक कमलेश को 20 को को संयुक्त चिकित्सालय वृंदावन में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया था. यहां से उसे आगरा रेफर किया गया था. परिजन उसे आगरा न ले जाकर निजी हॉस्पिटल लोटस ले गए. जांच टीम को मृतक की पुत्री ने बताया कि संयुक्त चिकित्सालय के वार्ड व्याय चौधरी द्वारा उसे लोटस अस्पताल में उपचार कराने की सलाह दी गई थी. जहां पर गारंटी के साथ इलाज की बात कही गई थी. इस जांच रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकारी कर्मचारी मरीजों को अपने स्वार्थ के लिए निजी हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दे रहे हैं. इस प्रकरण में कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी.
लोटस अस्पताल प्रबंधन से जवाब-तलब
मृतक कमलेश के मामले में बंद कराए गए लोटस अस्पताल प्रबंधन से जवाब-तलब किया गया है. सही जवाब न मिलने पर अस्पताल पर भी कार्रवाई संभव है.