इलाहाबाद न्यूज़: कुम्भ मेला 2025 के पहले पातालपुरी और सरस्वती कूप का भी सौंदर्यीकरण होगा. इसके लिए शासन से मंजूरी मिल गई है. आठ करोड़ रुपये का बजट प्रयागराज विकास प्राधिकरण देगा और सेना यहां का सौंदर्यीकरण कराएगी. काम इसी साल टेंडर जारी कर कराया जाएगा.
कुम्भ मेला 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर किले में मूल अक्षयवट के दर्शन सुलभ हुए. इसके साथ ही सरस्वती कूप का भी सौंदर्यीकरण कराया गया था. कुम्भ मेले के बाद अक्षयवट के दर्शन तो होते रहे, लेकिन सरस्वती कूप को बंद कर दिया गया. बीते चार सालों में यहां अब नए सिरे से काम की दरकार है. इसके साथ ही पातालपुरी का वो हिस्सा जहां पिछले कुम्भ में सौंदर्यीकरण नहीं हो सका था को भी अब बनाया जाएगा. यहां प्रतिमाओं का जीर्णोद्धार, बैठने के लिए बेंच, पातालपुरी के अंदर का रास्ता, प्रकाश और शेड का निर्माण होगा.
वहीं अक्षयवट के सौंदर्यीकरण के लिए भी एजेंसी ने सर्वे शुरू कर दिया है. वर्तमान में अक्षयवट तक जाने वाला रास्ता पूरी तरह से नहीं बन सका है. इसे पक्का करने का प्रस्ताव है. साथ ही चारों और सौंदर्यीकरण करने और प्रकाश का प्रबंध करने के लिए एजेंसी सर्वे कर रही है. इस बार सर्वे किया जा रहा है जिससे अक्षयवट जाने वाला श्रद्धालु अंदर ही अंदर पातालपुरी और फिर सरस्वती कूप के दर्शन के लिए जा सके. पिछले कुम्भ में जो मार्ग बना था, उसमें अक्षयवट जाने वाले श्रद्धालु पातालपुरी तो जा सकते थे, लेकिन सरस्वती कूप जाने के लिए उन्हें किले से बाहर आकर बंधवा के पीछे वाला रास्ता लेना होता था. जबकि इस बार नई व्यवस्था में अंदर ही अंदर प्रवेश देने की तैयारी है. जबकि सरस्वती कूप के रास्ते से लोग बाहर की ओर निकल आएंगे. अर्थात एकल मार्ग से प्रवेश और निकास का प्रबंध होगा.