अंडरपास पर पार्किंग-दुकानें, दो अंडरपास बंद किए जाने से वाहन चालकों को हो रही परेशानी
गाजियाबाद न्यूज़: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर राहगीरों की सुरक्षा के लिए बनाए अंडरपास से भी हादसों में कमी नहीं आ रही. डासना से यूपी गेट तक अंडरपास पर रेहड़ी पटरी हैं तो कहीं पार्किंग बना दी गई. इस कारण राहगीरों के साथ वाहन चालकों को दिक्कत उठानी पड़ रही है. वहीं दो अंडरपास बंद कर दिए गए.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और एनएच-9 पर वाहनों का दबाव रहता है. वाहनों की गति ज्यादा रहती है. एनएचएआई ने राहगीरों और वाहन चालकों की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए अंडरपास बनाए.
डासना, महरौली गांव के पास, लाल कुआं, विजयनगर, सीआईएसएफ रोड और यूपी गेट पर अंडरपास हैं. डासना, महरौली और लाल कुुआं अंडरपास पर अतिक्रमण है. वहां गाड़ियां खड़ी की जा रही है. रेहड़ी पटरी वाले दुकान चला रहे हैं. विजयनगर सैन विहार अंडरपास पर सबसे ज्यादा रेहड़ी पटरी वाले हैं. इससे आवाजाही में राहगीरों को परेशानी रहती है. वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा.
वाहन चालकों के लिए बनाए अंडरपास बंद किए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर सुबह से शाम तक वाहनों का दबाव रहता है. गाजियाबाद की ओर से सीआईएसएफ रोड पर जाने वाले वाहनों के लिए एनएचएआई ने एक्सप्रेस वे निर्माण के दौरान अंडरपास का निर्माण कराया था. यह अंडरपास हल्के वाहनों के लिए बनाया गया है, लेकिन कुछ माह चलाने के बाद इस अंडरपास को बंद कर दिया गया. क्योंकि शाम को व्यस्त समय में गाजियाबाद से आकर सीआईएसएफ रोड पर मुड़ने वाले वाहन और दिल्ली की तरफ से सीआईएसएफ रोड की तरफ जाने वाले वाहन का दबाव ज्यादा होने से रोज जाम लगता था. इसके बाद अंडरपास को बंद कर दिया गया. वाहनों को अब शिप्रा अंडरपास की तरफ से घूमकर वापस सीआईएसएफ रोड की तरफ आना पड़ता है. इसी तरह वाहन चालकों के लिए एबीईएस अंडरपास के पास हल्के वाहनों के लिए भी अंडरपास बनाया गया था. इससे वाहन चालकों को कम दूरी तय करनी पड़ेगी, लेकिन एक्सप्रेस वे निर्माण के बाद से इस अंडरपास को चालू नहीं किया गया है.
वर्ष 2021
वर्ष 2022
मार्च 2023 तक के आंकड़े
जीटी रोड समेत कई जगहों पर अंडरपास की जरूरत:
गाजियाबाद शहर की आबादी करीब 30 लाख है. यहां 14 औद्योगिक क्षेत्र हैं. इनमें करीब तीन लाख श्रमिक काम करते हैं, लेकिन शहर किसी भी सड़क पर राहगीरों के लिए अंडरपास नहीं है. लोग तेज गति से आने वाले वाहनों के बीच ही सड़क पार करते हैं. ऐसे में हादसा होने का डर रहता है. शहर के अंदर जीटी रोड समेत कई जगह अंडरपास बनाने की जरूरत है. गौशाला अंडरपास वाहनों के लिए बनाया है.