सरधना न्यूज़: मंडी चमारान मोहल्ले में लोग बीमारी से मर रहे हैं। मगर प्रशासन कोई स्थाई समाधान नहीं निकाल पा रहा है। लोगों को बीमारी से बचाने के लिए नूरा कुश्ती हो रही है। अधिकारी समाधान कराने का आश्वासन दे रहे हैं। पाइप लाइन बिछाने के नाम पर 132 मीटर का टुकड़ा जमीन में दबाया जा रहा है। जिससे कोई फायदा होने वाला नहीं है। मंडी चमारान के लोग पिछले एक सप्ताह से बीमारी की चपेट में हैं। सैकड़ों लोग अब तक बीमार हो चुके हैं। चार लोगों की जान भी जा चुकी है। मगर प्रशासन द्वारा अभी तक समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं निकाला गया है। लोगों के बचाने के नाम पर नूरा कुश्ती हो रही है। डीएम ने बस्ती में टंकी की नई पाइप लाइन बिछाने के लिए कहा था। जिस पर पालिका द्वारा 132 मीटर का टुकड़ा बिछाकर खानापूर्ति की जा रही है। डीएम से लिखित अनुमति मिलने के बाद पालिका मुख्य नलकूप से बस्ती में सप्लाई पहुंचाने की तैयारी में है। सोमवार को विधायक अतुल प्रधान मंडी चमारान पहुंचे तो लोगों ने अपना दर्द बयां किया। जिसके बाद विधायक नगर पालिका पहुंचे। एसडीएम सत्यप्रकाश व ईओ शशि प्रभा चौधरी से मिलकर सबसे पहले बस्ती में पानी की पर्याप्त व्यवस्था कराने को कहा। साथ ही जल्द स्थाई समाधान करने की बात की। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर डीएम से भी मिलेंगे।
वहीं, इस संबंध में चेयरपर्सन नगर पालिका सरधना सबीला अंसारी का कहना है कि मंडी चमारान में पानी की व्यवस्था की जा रही है। डीएम साहब से अनुमति मिल गई है। मुख्य नलकूप से पाइप लाइन जोड़कर पेयजल आपूर्ति कराने पर काम किया जा रहा है। जल निगम द्वारा जहां पाइप लाइन बदलने के लिए कहा गया था, उसे तत्काल बदल दिया गया। साथ ही मृतकों की हर संभव मदद कराने के लिए उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया जा रहा है। हमारी पूरी कोशिश है कि मंडी चमारान में ही नहीं पूरे नगर को स्वच्छ पेयजल मिले। स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी टीम दिन रात लगी हुई है। बीमार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए डीएम व सीएमओ से लगातार बात की जा रही है।
पानी के लिए परेशान हो रहे लोग: वैसे तो नगर पालिका ने बस्ती के चारों ओर पानी के टैंकर खड़े करा रखे हैं। मगर यह पर्याप्त नहीं है। लोगों को पानी के लिए काफी दूरी तय करनी पड़ रही है। उसमें भी पानी की पूर्ति नहीं हो रही है। इस समय सबसे बड़ी समस्या पानी की बनी हुई है।
पाइप का टुकड़ा छोटा, समस्या बड़ी: अधिकांश बस्ती में बीमारी लोगों पर कहर ढहा रही है। मगर पालिका द्वारा महज 132 मीटर का टंकी का पाइप बदलने का काम किया जा रहा है। जिसका लोग विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि पूरी लाइन बदली जाए तो बात बने। विधायक के सामने भी लोगों ने अपनी बात रखी।
सीएचसी पहुंचे नौ और मरीज: बस्ती में लोगों के बीमार होने का सिलसिला अब भी जारी है। करीब ढाई सौ से अधिक मरीज सीएचसी में आ चुके हैं। इसके अलावा निजी अस्पताल में इलाज कराने वालों की संख्या का कोई अंदाजा नहीं है। सोमवार को भी सीएचसी में नौ मरीजों को भर्ती किया गया।
नाले में डूबकर मासूम की मौत:
सरधना: सोमवार को नवाबगढ़ी गांव में नाले में डूबकर एक मासूम की दर्दनाक मौत हो गई। कई घंटे तक बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी तलाश की। शाम के समय ग्रामीणों ने बच्ची को नाले में पड़ा हुआ देखा। बच्ची की मौत से उसके परिजनों में कोहराम मच गया। कोतवाली क्षेत्र के नवाबगढ़ी गांव निवासी तीन वर्षीय इरम पुत्री आसिफ सोमवार को घर के बाहर खेल रही थी। इसी बीच बच्ची किसी तरह नाले में गिर गई। नाले में डूबकर बच्ची की मौत हो गई। मगर किसी की नजर नहीं पड़ी। कई घंटे तक बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। मगर उसका कुछ पता नहीं चल सका। शाम को कुछ ग्रामीणों में नाले में देखा कि बच्ची की शव पड़ा है। बच्ची की मौत की सूचना से उसके परिजनों में कोहराम मच गया। गमगीन माहौल में शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया।