हरदोई में सांडों की लड़ाई से दहशत : लोगों का आरोप- जिला प्रशासन नहीं सुन रहा

लोगों का आरोप- जिला प्रशासन नहीं सुन रहा

Update: 2022-08-13 09:21 GMT

हरदोई. दो दिन पहले ही नोएडा में दो सांडों की लड़ाई में एक 8 साल की बच्ची को जान गंवानी पड़ी थी, लेकिन बुल फाइट थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं. ताजा मामला हरदोई के कोतवाली क्षेत्र का है, जहां प्राचीन हरदोई बाबा मंदिर परिसर में दो सांडों की जबरदस्त लड़ाई से यहा आने वाले श्रद्धालुओ में डर बना हुआ हे. बता दि सांडों की ये पहली लड़ाई नहीं हैं, इस प्रांगण में आए दिन बुल फाइट होती रहती है, कई बार श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मचने से कई लोग चोटिल भी हो चुके हैँ. क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस-प्रशासन से बुल फाइट का समाधान कराने के लिए कई बार कहा गया, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं की गई.

जिला प्रशासन को भारी न पड़ जाए ये लापरवही
बता दें कि दो सांडों की लड़ाई में कई बार लोग चोटिल हो चुके हैं, कई जगह लोगों की जान भी गई है, इसके बावजूद जिला प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं देना एक तरह से लोगों की जान से खिलवाड़ करने जैसा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए नगर निगम और जिला प्रशासनपसे गुहार लगाते-लगाते थक गए हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिलता है समाधान नहीं. लोगों का कहना है मंदिर परिसर में हजारों की संख्यां में श्रद्धलु माथा टेकने के लिए पहुंचते हैं, ऐसे में बुल फाइट की चपेट में आने से किसी की जान भी जा सकती है.
शो पीस बनकर रहे गए पशुओं के आश्रय स्थल
लोगों का आरोप है कि जनपद में बने पशु आश्रय स्थल केवलहरदोई में सांडों की लड़ाई से दहशत : लोगों का आरोप- जिला प्रशासन नहीं सुन रहा शो पीस बनकर रह गए हैं, जितने मवेशियों इन आश्रय स्थल में नहीं होंगे उससे कहीं ज्यादा शहर की सड़कों और बाजारों ओर व्यस्तम इलाकों में देखे जा जा सकते हैं, सड़कों पर आवारा घूमते ये मवेशी राहगीरों और छोटे बच्चों को अपना निशाना बना लेते हैं.


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