खतौली। शासन द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान के नाम पर करोड़ों रुपए बहाने के बाद भी वाहन चालक यातायात नियमों के प्रति जागरूक होने का नाम नहीं ले रहे है। रविवार देर रात को हुए दो सड़क हादसों में बाईक सवार एक होमगार्ड सहित तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। बाईक सवार तीन लोगों की मौत होने का कारण हैलमेट ना पहना होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव अतरपुरा का रहने वाला मनोज खतौली कोतवाली में होमगार्ड के रूप में तैनात था। रविवार को मनोज की दिन के चार बजे से रात आठ बजे तक की ड्यूटी थी। मनोज ड्यूटी समाप्त करके बाईक द्वारा गांव जाने के लिए थाने से निकला था। जानसठ रोड़ पर अज्ञात वाहन के चालक मनोज की बाईक में टक्कर मार दी। हादसे में मनोज गंभीर घायल हो गया। जानसठ रोड़ पर पुलिस की वर्दी पहने बाईक सवार के घायल पड़े होने की सूचना मिलते ही कोतवाल संजीव कुमार ने मौके पर पहुंचकर मनोज को सरकारी अस्पताल पहुंचाया। गंभीर घायल मनोज को सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मनोज की अचानक मौत होने की खबर इसके घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। आनन फानन रोते पीटते परिजन ग्रामीणों के साथ सरकारी अस्पताल पहुंच गए। पंचनामा भरकर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया।
इसके थाना रतनपुरी क्षेत्र के गांव कैलाश नगर में रविवार को हुए सड़क हादसे में बाइक सवार दो लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार विकास पुत्र विनोद व सुधीर पुत्र गोपाल निवासी मंडावली बांगर मुजफ्फरनगर की भारत स्टील फैक्ट्री में कार्य करते थे। रविवार देर रात को विकास और सुधीर बाईक द्वारा ड्यूटी समाप्त करके फैक्ट्री से गांव वापस लौट रहे थे। गांव कैलाश नगर के समीप अज्ञात वाहन के चालक ने बाईक में टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद ट्रक के पहिए में फंसकर बाईक पांच सौ मीटर तक सड़क पर घिसटती चली गई। हादसे में गंभीर घायल हुए विकास 19 वर्ष व सुधीर 30 वर्ष ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंची रतनपुरी पुलिस ने मृतकों की शिनाख्त कराकर इनके परिजनों को हादसे की सूचना दी। देर रात में परिजन ग्रामीणों के साथ मौके पर आ गए। पुलिस ने पंचनामा भरकर शवों को पोस्टमार्टम को भेज दिए। विकास और सुधीर की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने दिन निकलते ही मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिए जाने की मांग करके खतौली बुढ़ाना मार्ग पर जाम लगा दिया। रतनपुरी प्रभारी निरीक्षक मिथुन दीक्षित के समझाने बुझाने का ग्रामीणों पर कोई असर नहीं हुआ। एसडीएम जीत सिंह रॉय और सीओ बुढ़ाना विनय गौतम के मौके पर आकर मृतकों के आश्रितों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन देने पर ग्रामीण सड़क से हटे।