73 नमूनों में से अब तक आई मात्र छह की रिपोर्ट, रक्षाबंधन पर सेंपल को जांच के लिए भेजा गया था
उत्तरप्रदेश | दौड़ती -भागती जिंदगी में यदि कुछ भी भोज्य पदार्थ शुद्ध मिल जाए तो वह आज के समय अमृत से कम नहीं . त्योहारों पर बेशुमार मिठाईयों का निर्माण होता है. जिसमें मिलावटखोर लोगों की सेहत से खिलवाड़ न करें इसके लिए खाद्य विभाग निगरानी कड़ी रखता. विभाग ने अगस्त माह में 73 इकठ्ठा किए थे. पर विभाग के पास अब तक सिर्फ 6 की रिपोर्ट आई जिसमें सभी फेल हो गए. खतरनाक खेल पान मसाला की तरफ से सामने आया जो कत्था की जगह मुंह में खाल गलाने वाली वस्तु की मिलावट कर रहा था.
अगस्त माह में खाद्य विभाग ने कुल 73 नमूने 73 स्थलों से लिए थे. इसमें सभी नमूने अलग अलग थे. जिसमें दूध और दूध से बनी मिठाइयां खोया पनीर रिफाइंड आयल मसाले और पान मसाला समेत थे. इन नमूनों को लेने के बाद सभी को विभाग ने गोरखपुर लैब में जांच के लिए भेजा था. विभाग ने कहा कि सात दिन सेंपल पहुंचने में और करीब पन्द्रह दिन जांच में लगते. इसी कारण अगस्त में लिए नमूनों में केवल छह की रिपोर्ट मिली जो सभी फेल है.
कत्था नहीं गाल गलाने वाला मिला दिया छह सेंपल की आई रिपोर्ट में एक पान मसाले का भी सेंपल है.
जिसमें कत्था की जगह गैम्बियर मिलाया गया. विभागीय अधिकारी ने बताया कि इसे चमड़े को गलाने में प्रयोग किया जाता. इसे कत्था की जगह प्रयोग किया. जो खाने से मुंह की खाल को गलाने का काम करता है और बहुत हानिकारक है. विभाग कार्रवाई की तैयारी में है.
विभाग अभी कर रहा इंतजार जबकि आ गया दशहरा
अभी विभाग को रक्षाबंधन त्योहार के सेंपल की जांच रिपोर्ट का ही इंतजार है जबकि बहुत जल्द दशहरा त्योहार पर फिर मिलावटखोर अपनी जेबों को गरम करने में लग गए है. सही वक्त पर रिपोर्ट न आने और ठोस कार्रवाई न होने से मिलावटखोरों का नेटवर्क भी टूटना मुश्किल ही होगा.
मिलावट करने वालों पर कार्रवाई
खाद्य विभाग के अभिहीत अधिकारी चितरंजन ने कहा कि भेजे गए जो भी सेंपल फेल हुए और जो फेल होंगे उन पर नियमत कार्रवाई की जाएगी. इसमें किसी को भी राहत नहीं मिलेगी. किसी को भी लोगों की सेहत से कोई खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा. विभाग अभी और सेंपल लने की कार्रवाई करेगा.