ओपेक अस्पताल कैली में पहली बार हुआ साइट्स इन्वर्सस में फटे अपेंडिक्स का ऑपरेशन
बस्ती: वरिष्ठ मेडिकल कॉलेज के ओपेक अस्पताल कैली में पहली बार साइटस इन्वर्सस में फटे अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ. तीन घंटों तक डाक्टरों की टीम ने यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा किया. प्राचार्य प्रो. मनोज कुमार ने सर्जरी करने वाली टीम को सफल ऑपरेशन पर बधाई दी है.
सर्जरी विभाग में राजेश गिरी (43) को पेट दर्द की शिकायत पर भर्ती कराया गया. शुरूआती जांच में पता चला कि मरीज के साइटस इनवर्सस के अपेंडिक्स में मवाद बन गया है और मरीज के सभी भीतरी अंग उल्टे हैं. जांच कराने के बाद डॉ़ डीके पाल की टीम ने ऑपरेशन का निर्णय लिया. टीम ने तीन घंटे तक इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया. चिकित्सकों का कहना है कि मरीज अब स्वस्थ है. चिकित्सकों ने बताया कि आम तौर से ऐसे मरीजों का 45 दिनों तक ऑपरेशन नहीं किया जाता है. पहले साइटस इन्वर्सस अपेंडिक्स में बने मवाद को दवा से सुखाया जाता है. सर्जन डॉ़ डीके पाल ने बताया कि बस्ती मेडिकल कॉलेज का यह पहला अनोखा केस है. मरीज के सभी अंग उल्टे हो गए थे. मरीज का दिल भी दांयी तरफ था. उसका अपेंडिक्स बांयी तरफ था. सामान्य रूप से यह दाहिनी तरफ होता है. ऐसी स्थिति में लाखों में यह पहला केस होता है. ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ़ विवेक, डॉ़ अभिनव, ऐनस्थिसिया डॉ़ अभिषेक, डॉ़ हर्ष, डॉ. नेहा सिंह शमिल रही
साइटस इन्वर्सस होने के कारण
● हृदय सम्बंधी दोषों का जैविक पारिवारिक इतिहास. ● गैर हृदय सम्बंधी विसंगतियों का जैविक परिवारिक इतिहास. ● जन्म देने वाले माता-पिता में मधुमेह की समस्या. ● गर्भावस्था के दौरान खांसी दबाने वाली दवाओं का उपयोग. ● गर्भावस्था के दौरान तम्बाकू उत्पादों का उपयोग.
क्या है साइट्स इन्वर्सस: सर्जन डॉ़ डीके पाल ने बताया कि साइट्स इन्वर्सस एक दुर्लभ आनुवंशिक रोग है. जिसमें मरीज की छाती और पेट के अंदर के अंग उलट जाते हैं. साइट्स इन्वर्सस बिना किसी अन्य असामान्यता के अकेले (पृथक) भी हो सकता है. यह अन्य जन्म दोषों के साथ या किसी अन्य सिंड्रोम के हिस्से के रूप में भी हो सकता है. साइट्स इन्वर्सस अक्सर प्राथमिक सिलिअरी डिस्केनेसिया स्थिति में देखा जाता है. साइट्स इन्वर्सस वाले पांच से प्रतिशत लोगों में जन्मजात हृदय दोष होता है. साइट्स इन्वर्सस प्रत्येक ,000 लोगों में से लगभग एक को प्रभावित करता है.