Sawan के तीसरे सोमवार पर CM योगी ने गोरखपुर में किये रुद्राभिषेक

Update: 2024-08-05 15:09 GMT
UP उत्तरप्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन के तीसरे सोमवार को गोरखपुर के मानसरोवर मंदिर में रुद्राभिषेक और हवन किया। राज्य के विभिन्न शहरों के अलग-अलग इलाकों से आए श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के मंदिरों में पूजा-अर्चना की। राज्य के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने अंधियारी बाग स्थित प्राचीन मानसरोवर Temple में रुद्राभिषेक किया। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर
प्रदेशवासियों
की सुख-समृद्धि की कामना की।
रुद्राभिषेक के बाद मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन औरआरती के साथ समारोह का समापन किया और राज्य के लोगों के स्वस्थ, सुखी, समृद्ध और शांतिपूर्ण जीवन की प्रार्थना की।वाराणसी में, सावन के तीसरे सोमवार को सुबह से ही काशीविश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ रही। मंगल आरती के बाद भक्तों को काशी विश्वनाथमंदिर में दर्शन करने की अनुमति दी गई। प्रयागराज में मनकामेश्वर मंदिर सहित भगवानशिव के सभी मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं। सोमवार को पूरी संगम नगरीभगवान शिव के रंग में रंग गई और मंदिरों की घंटियों की आवाज फिजा में गूंजती रही।
भोले बाबा को प्रसन्न करनेके लिए भक्तों ने महादेव की पूजा की और उन्हें भांग, धतूरा,दूध, घी, पंचगव्य,पंचामृत, बेलपत्र, फूल,दही, चंदन, इत्र आदिअर्पित करके गंगा जल से अभिषेक किया। प्रयागराज स्थित राम नाम बैंक के संयोजकआशुतोष वार्ष्णेय ने सावन माह के महत्व के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा,‘‘यह सावन का पवित्र महीना है। वैसे तो पूरा सावन माह Bholenath की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है लेकिन शास्त्रों में सावन के सोमवार का बड़ामहत्व बताया गया है। सोमवार को व्रत रखने और भगवान शिव के साथ माता गौरी की विधि-विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
भगवान राम की नगरी अयोध्या में जगह-जगह ‘ओमनम: शिवाय', ‘हर हर महादेव' के जयकारे गूंजते रहे और श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया।सुबह से ही आस्था की लहर दिखाई दी और श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में स्नान कर भगवानराम के पुत्र कुश द्वारा स्थापित सिद्धपीठ नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक किया।भोर से ही दर्शन-पूजन शुरू हो गए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए गये। सरयू नदी में स्नान करने और नागेश्वरनाथ पर जलाभिषेक करने केइच्छुक श्रद्धालुओं के लिए राम की पैड़ी पर छोटे-छोटे अवरोधक लगाए गए और शिवभक्तों को छोटे-छोटे समूहों में जलाभिषेक के लिए जाने दिया जा रहा है।
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