इलाहाबाद: तीन दिन पहले दो पक्षों में हुई मारपीट के मामले में घायल वृद्ध की इलाज के दौरान मौत हो गई. वृद्ध के मौत को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया, भीम आर्मी के लोग भी पहुंच गए. पुलिस उन्हें समझाने के प्रयास में लगी रही.
बाघराय थाना क्षेत्र के गोगौरी गांव में सात सितम्बर की रात करीब आठ बजे पुरानी रंजिश को लेकर बाबूलाल व भगौती के पक्ष में मारपीट हो गई. जानलेवा हमले में एक भगौती (70), बृजेश व छिटहिन घायल हो गए. दूसरे पक्ष सेबाबूलाल भी घायल हुए. सीएचसी में इलाज के बाद भी भगौती की हालत गंभीर होने पर डाक्टरो ने स्वरुप रानी अस्पताल प्रयागराज रेफर कर दिया. भगौती के बेटे सुखलाल की तहरीर पर पुलिस ने दिन में ही बाबूलाल, फूलंचद, कपूरचंद, रवि के खिलाफ केस दर्ज किया.
रात भगौती की इलाज के दौरान मौत हो गई. वृद्ध के मौत की जानकारी होते ही भीम आर्मी के राहल कुमार गौतम अपने साथियों संग गांव पहुंचे. शाम तक परिजन शव का इंतजार करते रहे. एसओ त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने कहा कि आरोपितों के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज की थी. गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.
भीम आर्मी ने मांगी 50 लाख की मदद शस्त्रत्त् लाइसेंस और तीन बीघा जमीन
क्षेत्र गोगौरी गांव निवासी भगौती प्रसाद की मारपीट में घायल होने पर इलाज के दौरान मौत के मामले को अब चुनावी रंजिश से जोड़कर देखा जा रहा है. लोगों का कहना है कि बरबसपुर गांव के उपप्रधान के चुनाव में प्रत्याशी रहे रेखा देवी का समर्थन भगौती प्रसाद सरोज व इन्द्ररमण सिंह का समर्थन बाबूलाल सरोज कर रहे थे. छह सितम्बर को मतदान होने के बाद सात सितम्बर की रात ही बाबूलाल व भगौती में मारपीट हुई. इलाज के दौरान भगौती की मौत हो गई. मारपीट को चुनावी रंजिश का रूप दिया जा रहा है. की शाम भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष चन्द्रकेश आजाद अपने समर्थकों संग गांव पहुंचे. आक्रोश जताते हुए मृतक परिवार के सुरक्षा पर सवाल उठाए. भीम आर्मी के लोगों ने कहा मृतक के परिजनों को कम से कम 50 लाख की आर्थिक मदद, दो शस्त्रत्त् लाइसेंस, दो सुरक्षा गार्ड, तीन बीघे जमीन दी जाए. जब तक यह सभी मांगे नहीं मानी जाएगी शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, जबकि अभी शव पोस्टमार्टम से घर पहुंचा ही नहीं. पुलिस व पीएसी के जवानों को लगाकर पूरा गांव छावनी में तब्दील कर दिया.