मुजफ्फरनगर: त्यौहारों के नजदीक आते ही मिलावटखोर खाद्य पदार्थों में मिलावट करने के लिए नए नए तरीके अपना कर महंगे दामों में मिलावटी सामान बेचकर लागत से कई गुना अधिक लाभ कमाते हैं। दुकानदारों द्वारा बनाए गए मिलावटी खाद्य पदार्थों का प्रयोग जनपदवासियों द्वारा किया जाता है, जिसके बाद वह फूड पोइजिंग का शिकार होकर अस्पताल की खटिया पकड़ लेते हैं।
हर त्यौहार पर ही जिम्मेदारों को ये याद आता है और वे छापेमारी का अभियान चलाते है। अफसरों ने बताया कि आज छापेमारी के दौरान कई दुकानदार दुकान बंद कर भाग गए , ये क्यों भागे, क्या इनकी भी जांच होगी ?, अफसर क्या इस पर भी कुछ जवाब देंगे ?
वैसे तो पूरे साल ही मिलावट खोर अपनी हरकतों से बाज नहीं आते है, शायद ही कोई खाद्य पदार्थ है जिसमे मिलावट नहीं हो रही है, जिसकी सबको जानकारी भी है लेकिन अफसर साल भर तो केवल महीना लेने में व्यस्त रहते है पर त्योहारों के समय अतिरिक्त खर्चे निकालने और जनता व सरकार को सन्देश देने के लिए छापेमारी हर साल का एक सिस्टम बन गया है।
प्रदेश में काबिज भाजपा की योगी सरकार द्वारा तमाम अधिकारियों को मिलावटखोरों के पीछे लगा कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजने के लिए आदेश दिए गए हैं। जिसके बाद जनपद में खाद्य विभाग की टीम द्वारा छापेमारी करते हुए नमूने भरे गए हैं। इस दौरान कई दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों से गायब मिले तो कई दुकानदार टीम को देखते ही अपनी दुकानों को बंद करके वहां से गायब हो गए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी चमन लाल सिंह ने बताया कि दर्जनों कर्मचारियों द्वारा दूध, दही, नमकीन, पनीर, मिठाइयां, कुट्टू आटा व गेहूं के आटे चावल आदि खाद्य सामग्री के नमूने एकत्रित कर लैब को भेजे जा रहे है। उन्होंने बताया कि अभी
तक खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा 300 से ज्यादा नमूने भरे जा चुके हैं। छापेमारी कार्यवाही के दौरान लाखों रुपए का व्यापारियों पर जुर्माना लगाया गया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी चमन लाल सिंह का कहना है कि आगामी त्योहारों के मद्देनजर लगातार खाद्य विभाग छापेमारी कर रहा है और नमूना एकत्रित कर लेब को भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिलावट खोरों के विरूद्ध कार्रवाई लगातार होली तक चलती रहेगी, जिससे नकली व मिलावटी खाद्य पदार्थ व सामानों पर रोक लग सके और जनपदवासियों को खाने का अच्छा सामान मिल सके।
‘रॉयल बुलेटिन’ जनहित में इन अफसरों से जानना चाहता है कि आज जो दुकानदार छापेमारी टीम को देखते ही दुकान बंद करके भाग गए है, क्या वे असली माल बेच रहे है ?, अगर सही माल बेचते तो क्यों भागते, इन पर भी क्या ये अफसर होली बाद भी नज़र रखेंगे ?, इस पर सबको नज़र रखनी चाहिए जिससे सबको बिना मिलावट का सामान खाने को मिल सके !