शिष्यों पर माने, अंतिम संस्कार
गांव के बाहर कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया।
प्रतापगढ़: बाघराय थाना क्षेत्र के गोगौरी बरबसपुर गांव में सात सितंबर की रात बेरोजगार के बाबूलाल और भगौती सरोज के बीच जिंदा हुई थी। असंगत उपचार के दौरान दूसरे दिन भगौती की मृत्यु हो गई थी। प्रधान संघ के मुखिया नवीन सिंह नी पिंटू की हत्या में शामिल होने को लेकर चार दिन से शव घर पर रख कर ज्वालामुखी में विस्फोट कर रहे थे। चौथे दिन हत्या में पिंटू सिंह का नाम बढ़ाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मौत के बाद नौ सितंबर को उनके शव को गांव तक पहुंचाया गया, तो एजेल्स ने दस्तावेजों के आधार पर कार्रवाई की, पिंटू सिंह का नाम भी शामिल किया गया, 50 लाख की आर्थिक मदद, दो सुरक्षा गार्ड, दो शस्त्र लाइसेंस, तीन बीघे जमीन की मांग को लेकर शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया गया। इसे लेकर कई बार ग्रामीणों की पुलिस से कमाई भी हुई। नवीनतम के साथ भीम आर्मी, एसएमई, एसपी के कार्यकर्ता भी मौसम बना रहे हैं। सुबह-सुबह भिक्षु धर्मेन्द्र कुमार, सिकंदर मठ, कई थाने की पुलिस गांव में छापा। चॉकलेट ने ससुराल को सुरक्षा का भरोसा दिया। प्रधान संघ के अध्यक्ष पिंटू सिंह का नाम स्थाई में शामिल जाने की बात कही. आस्था धर्मेन्द्र कुमार ने आर्थिक मदद में आस्था का विश्वास दिलाया। इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए अंतिम संस्कार छोड़ दिया गया। सुबह नौ बजे पुलिस सुरक्षा में भगौती का शव उठाया गया औरगांव के बाहर कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया।
आख़िरकार तीन गिरफ़्तार
बाघराय के गोगौरी गांव में सात सितंबर की रात हुई बरात में घायल भगौती सरोज की हत्या में मारे गए तीन साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बिजनेस से हत्या में एक लाठी डंडा बरामद किया गया है। बाघराय के गोगौरी गांव में घायल भगौती की मौत को चार दिनों तक जारी रखने के बाद तूफान के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। मामले में आठ सितंबर को ही पुलिस ने मृतक के बेटे के खिलाफ चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी थी. भगौती की हत्या के बाद पुलिस ने हत्या की धारा भी लगाई। इसी मामले में पुलिस ने बाबूलाल सरोज, कपूरचंद, रवि सरोज को गांव के गांधीजी से गिरफ्तार कर लिया। ईसा मसीह की निशानदेही पर एक वकील के पास से तीन लाठी डंडा बरामद। तीनों को जेल भेज दिया गया।