कानपूर न्यूज़: पुरानी कहावत है ऊंट के मुंह में जीरा...पर जीरा के बढ़ते दामों ने बादाम को भी पीछे छोड़ दिया है. गुजरात में आए बिपारजॉय और टर्की और सीरिया से आवक न आने की वजह से जीरा के दाम आसमान छूने लगे हैं. फुटकर बाजार में जीरा 715 रुपये किलो तक पहुंच गया है.
वहीं बादाम का रेट 650 से 700 रुपये प्रति किलो है. एक साल में जीरे की कीमत 150 फीसदी तक बढ़ गई है. यही नहीं बड़ी इलायची, सौंफ में भी 100 रुपये प्रति किलो तक उछाल आ गया. काली मिर्च 15 दिन में 50 रुपये प्रति किलो महंगी हो गई है. व्यापारी इन मसाले में आ रही तेजी की वजह समझ नहीं पा रहे हैं.
पिछले साल जून में 285 रुपये तक बिका जीरा इस बार 715 रुपये किलो पहुंच गया है. 15 दिन में ही 300 रुपये तक बढ़ गए हैं. दाम बढ़ने की एक वजह बिपरजॉय में आए तूफान के बाद जीरे की आवक कम होना भी मानी जा रही है.
टर्की व सीरिया का माल आने से मिलेगी राहत शहर की मंडी में रोज 2000 बोरी जीरा आता है. इस समय 1200 बोरी ही आ रहा है. टर्की और सीरिया का जीरा आने में एक महीना है. यह माल आने से थोड़ी राहत मिलेगी. गुजरात की फसल आने में सात माह है.
महंगी हुई दाल सब्जी मसाले के दाम बढ़ने से छोटे रेस्टोरेंट में 45 रुपये हाफ प्लेट मिलने वाली दाल अब 50 रुपये हो गई है.
15 दिन में जीरा के दाम चढ़ गए हैं. गुजरात से आवक कम होना एक वजह है. नई फसल सात माह तक नहीं आनी है.
- अवधेश वाजपेई, अध्यक्ष
कानपुर किराना मर्चेंट एसो.