केंद्र सरकार 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करना चाहती है। इसी के तहत योजनाओं के माध्यम से लाखों रुपए मरीजों पर खर्च किए जा रहे हैं | टीबी रोग से ग्रसित मरीजों की जांच में लापरवाही सामने आई है। इसी को लेकर जांच में बदलाव करने की तैयारी की जा रही है। जहां जिले की सभी सीएचसी पर ट्रू-नॉट और सीबी-नॉट मशीनें लगाई जाएंगी। स्थ्य कर्मी मरीजों की जांच न कर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव दर्शा देते हैं।
इस मामले की जानकारी जब शासन स्तर पर हुई तो उन्होंने दूरबीन से की जाने वाली जांच पर रोक लगाने के निर्देश दिए। क्षय रोग अधिकारी सुनील मल्होत्रा ने बताया, मशीन में जितने सैंपल लगाए जाएंगे, मशीन उतनी ही रिपोर्ट बताएगी। उन्होंने कहा, इससे लापरवाही नहीं हो सकेगी। उन्होंने बताया, सीबी-नॉट एक बार में चार और ट्रू-नॉट एक बार में 2 सैंपल की जांच करेगी। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, जिले में पहले नवाबगंज और बरोन में पहले मशीन लगाई जाएगी। इसके बाद अन्य सीएचसी पर लगेगी।