अब मकान के लिये लोन लेना पड़ेगा महंगा

Update: 2023-02-11 10:04 GMT

मेरठ: बजट का इंतजार करने वालों को जोर का झटका धीरे से लग चुका है। रही सही कसर रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने छठी बार रेपो दर बढ़ाकर मकान बनाने के लिये लोन लेने वालों को बैक फुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। रेपो दर बढ़ने से बैंक भी अपनी होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन की ब्याज दरों में इजाफा करेंगे।

महंगाई आसमान छू रही है। वहीं, नए घर खरीदने का सपना देख रहे लोगों को करारा झटका लगा है। दरअसल, जहां मकान बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीमतों में वृद्धि हो रही है। वहीं, होम लोन भी महंगा होने वाला है। इसके अलावा कुछ ऐसी वजह हैं। जिनके कारण घर खरीदना महंगा हो जाएगा। ये लगातार छठी बार रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। इससे पहले आरबीआई ने 2022 में 5 बार मॉनिटरी पॉलिसी की बैठकों के बाद रेपो रेट बढ़ाया है।

10 महीनों में आरबीआई ने रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत कर दिया है। आपकी जेब पर फिर महंगे कर्ज का बोझ बढ़ गया है। रिजर्व बैंक ने मॉनटरी पॉलिसी में रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट यानि 0.25% बढ़ा दिया है। अब बैंक भी अपनी होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन की ब्याज दरों में इजाफा करेंगे। ये लगातार छठी बार रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। मान लीजिए एसबीआई से 20 साल के लिए 25 लाख रुपये का होम लोन लिया। इस पर बैंक ने 8.60 प्रतिशत का ब्याज मांगा।

इस हिसाब से आपकी ईएमआई 21,854 रुपये बनेगी। अब समझिए क्या बदलाव आएगा। रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा हुआ। अब ब्याज 8.85 प्रतिशत हो जाएगी। ईएमआई होगी 22,253 रुपये। मतलब 399 रुपये ज्यादा ईएमआई चुकानी होगी। पूरे साल में आपको ईएमआई पर 4,788 रुपये ज्यादा अदा करने होंगे। अब 40 लाख रुपये के होम पर 20 साल की अवधि है। ब्याज दर 8.60 प्रतिशत है।

फिलहाल ईएमआई बनेगी 34,967 रुपये, लेकिन, रेपो रेट में इजाफे के बाद ब्याज दर में 25 बेसिस प्वाइंट ज्यादा होगा। इस पर ईएमआई 35,604 रुपये बनेगी। मतलब हर महीने 637 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे। वहीं, सालाना में ईएमआई पर 7,644 रुपये ज्यादा भरने होंगे। बैंक मैनेजर सर्वेश कुमार का कहना है कि आरबीआई के रेपो रेट बढ़ने से मध्यम वर्ग के लोगों को ज्यादा नुकसान उठाना होगा,

क्योंकि उनको सालाना ईएमआई पर काफी फर्क पड़ेगा। इंडियन बैंक में होम लोन की किश्त जमा करने आए मनोज सोनकर ने बताया कि ऐसा लगता है कि चार से साढ़े पांच सौ रुपये का फर्क पड़ेगा जो पूरे साल में करीब छह हजार का नुकसान होगा। बैंक मैनेजर रवि प्रकाश मिश्रा ने बताया कि रेपो रेट बढ़ने से महंगाई तो बढ़ेगी और ईएमआई भी बढ़ेगी।

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