वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए कम मेरिट वालों को भी मौका मिलेगा। दूसरे चरण की काउंसिलिंग में कम अभ्यर्थियों के आने से विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। हर संवर्ग में 10 से 15 अंक कम कर नए सिरे से मेरिट जारी की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पहले चरण में 18 से 25 अगस्त तक काउंसिलिंग कराई गई। इसके बाद प्रतीक्षा सूची और छूटे अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग 26 से 29 अगस्त तक हुई। इसके बाद भी 524 सीटें खाली रह गईं। इन्हें भरने के लिए एक से दो सितंबर तक काउंसिलिंग की गई। इसमें अभ्यर्थी नहीं आए। इसके पीछे मेरिट अधिक होने का हवाला दिया जा रहा है। प्रवेश सेल के समन्वयक केके सिंह ने बताया कि बीकाम, बीएफए, बीए, एलएलबी, बीसीए, बीएसए मैथ, बीएससी बायोलाजी, बीए आनर्स, मास कम्युनिकेशन, डिप्लोमा इन कर्मकांड, बी म्यूज और बीएससी कृषि के लिए सीटें खाली रह गई हैं।
ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया है कि प्रवेश प्रक्रिया की मेरिट कम की जाएगी। 12 सितंबर को पीजी की काउंसिलिंग खत्म होने के बाद कम मेरिट पर एक ही तारीख में सभी वर्ग के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई जाएगी। 26 से 29 अगस्त तक बीए की काउंसिलिंग से वंचित अभ्यर्थियों को विश्वविद्यालय ने एक और अवसर दिया है। काउंसिलिंग से छूटे हुए मेरिट में शामिल अभ्यर्थी चार सितंबर को अपनी काउंसिलिंग करा सकते हैं। पीजी कक्षाओं में दाखिले के लिए आठ से 12 सितंबर तक काउंसिलिंग कराई जाएगी। विभागवार मेरिट के साथ ही प्रवेश परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होगी। इसके अतिरिक्त जिन अभ्यर्थियों ने स्नातकोत्तर कक्षा में प्रवेश के लिए स्नातक की परीक्षा में अपीयरिंग भरा था, उन्हें भी अपने अंक भरने के लिए तीन सितंबर तक का समय दिया गया है।