अब मसालों में एथिलीन ऑक्साइड तत्व की होगी जांच

फूड सेफ्टी विभाग की आयुक्त ने प्रदेश के सभी जनपदों को मसालों की जांच कराए जाने के निर्देश दिए

Update: 2024-05-15 05:03 GMT

अलीगढ़: विदेशों में भारतीय कंपनियों के मसालों के नमूने फेल होने के बाद इनकी बिक्री प्रतिबंधित कर दी गई है. इन मसालों में कैंसर पैदा करने वाला तत्व ज्यादा पाया है. जिसके बाद अब पूरे यूपी में मसालों में एथिलीन ऑक्साइड तत्व की जांच की जा रही है. इस संबंध में फूड सेफ्टी विभाग की आयुक्त ने प्रदेश के सभी जनपदों को मसालों की जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं.

हॉन्गकॉन्ग के फूड एंड एनवायरमेंटल हाइजीन डिपार्टमेंट के सेंटर फॉर फूड सेफ्टी (सीएफएस) ने बीते दिनों रिपोर्ट जारी की थी. जिसमें एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांड के मिलाकर चार मसालों में कैंसर करने वाले पेस्टीसाइड एथिलीन ऑक्साइड ज्यादा मिला. टेस्टिंग में एमडीएच के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड मसाला पाउडर, करी पाउडर मिक्स्ड मसाला पाउडर और एवरेस्ट के फिश करी मसाला के सैंपल फेल हुए. हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर में बैन होने के बाद भारत में भी एफएसएसएआई ने इन मसालों के सैंपल टेस्टिंग के लिए लिए. अब उत्तर प्रदेश में भी सिर्फ इन ब्रांडों के ही नहीं बल्कि अन्य ब्रांडों के मसालों की भी सैंपलिंग की जा रही है. इस संबंध में फूड सेफ्टी विभाग की आयुक्त अनीता सिंह ने प्रदेश के सभी जनपदों के लिए दिवसीय अभियान चलाकर पैक्ड मसालों के नमूने भरने के निर्देश दिए हैं.

अलीगढ़ में पांच करोड़ से ज्यादा के मसालों की खपत

अलीगढ़ जनपद में एमडीएच व एवरेस्ट मसालों की खपत की बात करें तो सालाना करीब पांच करोड़ की खपत है. सबसे ज्यादा मांग सहालग के सीजन में होती है. जिसमें सर्वाधिक चाट मसाला, गरम मसाला, देगी मिर्च, कस्तूरी मेथी, चना मसाला, किचिन किंग, सांभर मसाला व मीट मसाला शामिल है.

दिन में अलीगढ़ में 13 मसालों के सैंपल लिए गए हैं. मुख्यालय से मसालों की सैंपलिंग के लिए आदेश जारी हुआ था. जिसके बाद सैंपलिंग की गई.

-अक्षय प्रधान, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी.

Tags:    

Similar News

-->