मुरादाबाद न्यूज़: कुंदरकी स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय हुसैनपुर छिरावली में परिषदीय स्कूलों के बच्चों की किताबें डंप करने के मामले में बीएसए सख्त हो गए. उन्होंने इस मामले में जांच बैठा दी है. इसके अलावा विद्यालयों तक किताबों की ढुलाई करने वाली रामपुर की संस्था ए.जेड. को नोटिस थमा दिया है. इसमें इस बात का जिक्र है कि पाठ्य पुस्तकें विद्यालयों में पहुंचाने की बजाय सरकारी भवनों में डंप कर दी गईं. इस तरह के कार्यों में विलंब और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
उन्होंने कहा कहा कि पाठ्य पुस्तकों की आपूर्ति में इस प्रकार की लापरवाही सेवा शर्तों के विपरीत और अक्षम्य है. वर्तमान सत्र में की गई पाठ्य पुस्तकों के वितरण की गहन समीक्षा कर तत्काल प्रमाण पत्र कार्यालय में प्रस्तुत करें ‘इस बात का उल्लेख किया गया था कि बच्चों की किताबें लापरवाही बरतते हुए एक कमरे में डंप कर दी गईं हैं. विद्यालय आने वाले बच्चे बिना किताबों के शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
खंड शिक्षाधिकारियों से भी मांगा गया जवाब
किताबों के भंडारण व वितरण न करने के मामले में बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों से भी जवाब मांगा है. कहा कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में प्राप्त पाठ्य पुस्तकों के वितरण की समीक्षा कर अब तक प्राप्त कुल किताबों व वितरित पाठ्य पुस्तकों की सूचना अविलंब दें. लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. बच्चे बिना किताबों के स्कूल आने को मजबूर हो रहे हैं.
इस मामले में जांच करा रहे हैं. साथ ही किताबों की ढुलाई करने वाली फर्म को नोटिस थमाकर जवाब मांगा गया है. इसके अलावा खंड शिक्षाधिकारियों को कार्यालय बुलाया है. उन्हें सारे रिकॉर्ड के साथ आने को कहा है. किन जगहों पर कितनी किताबें बंटने से रह गईं, इसकी भी जानकारी मांगी है. मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. -अजीत कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी.
...तो किताबों में लग गई सीलन, दीमकों का भी कब्जा
पूर्व माध्यमिक विद्यालय हुसैनपुर छिरावली के जिस कमरे में किताबें डंप है. वहां का नजारा अलग था. वहां अब शिक्षक की तैनाती है. बाद स्कूल में मीडियाकर्मियों को फटकने नहीं दिया गया. बात करने पर संबंधित ने सीधे कहा कि आला अफसरों का आदेश है. कमरा नहीं खुल सकता. ये चर्चाएं हैं कि सीलन भरे कमरे में खिड़कियों से बारिश की बौछारों से सैकड़ों किताबों में सीलन आ गई है. कुछ में किताबों में दीमक लगे हैं.