Noida: यीडा को भूखंड आवंटन की नीति में खामी से चार हजार करोड़ का नुकसान
"प्राधिकरण की नीति-प्रक्रिया में खामी से इन योजनाओं के लिए पात्रता मानदंड बेहद अपर्याप्त थे"
नॉएडा: यमुना प्राधिकरण (यीडा) को आवासीय टाउनशिप और ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं में 4226 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि प्राधिकरण की नीति-प्रक्रिया में खामी से इन योजनाओं के लिए पात्रता मानदंड बेहद अपर्याप्त थे.
इससे न्यूनतम वित्तीय क्षमता वाले बिल्डरों को उच्च मूल्य वाले भूखंडों की बोली लगाने की अनुमति मिल गई. बिल्डरों को उनकी कुल आय क्षमता के सापेक्ष 18 गुना अधिक कीमत पर भूखंड आवंटित हुए. लिहाजा ये परियोजनाएं अटकी पड़ी हैं.
कैग रिपोर्ट के अनुसार यीडा ने वर्ष 2010-11 में भूखंड और फ्लैट के निर्माण के लिए तीन योजनाओं के तहत 14 आवासीय टाउनशिप भूखंड आवंटित किए थे. एक भूखंड को दो भूखंडों में विभाजित करने, चार आवंटियों द्वारा 11 उपपट्टेदारों (सबलेसी) को उपपट्टा देने और एक उपपट्टेदार द्वारा तीन उपपट्टेदारों को उपपट्टा देने के बाद इनमें 29 आवंटी बन गए थे. बकाया न चुकाने समेत अन्य कारणों से इन 29 आवंटियों में से 16 आवंटियों के भूखंड या तो रद्द कर दिए गए या सरेंडर कर दिए गए, जबकि 13 परियोजनाएं समय से शुरू नहीं हो सकीं. 30 सितंबर 2022 तक इन बिल्डरों पर 4,185 करोड़ रुपये का बकाया हो गया.
फरवरी 2011 और सितंबर 2014 के बीच तीन योजनाओं के तहत पांच ग्रुप हाउसिंग प्लॉट आवंटित हुए. इनमें से तीन भूखंडों का आवंटन रद्द कर दिया गया. आवंटी ने एक भूखंड को आंशिक रूप से सरेंडर कर दिया था. शेष दो भूखंडों पर निर्माण देरी से शुरू हुआ और एक आवंटी पर 40 करोड़ रुपये का बकाया हो गया. तय पात्रता शर्तें भूखंडों के आकार और मूल्य के साथ असंगति होने से ऐसा हुआ.
अयोग्य बिल्डरों को आवासीय टाउनशिप के भूखंडों का आवंटन
बिल्डर आवंटन तिथि सेक्टर क्षेत्रफल राशि रुपये में
ग्रीनबे इंन्फ्रास्ट्रक्चर 17-2-2011 सेक्टर-22डी 100 एकड़ 192 करोड़
ऑरिस डेवलपर्स 16-8-2011 सेक्टर-22डी 200 एकड़ 388 करोड़
सुपरटेक टाउनशिप 1-8-2011 सेक्टर-22डी 100 एकड़ 193 करोड़
दवारिकापति बिल्डर 22-12-2011 सेक्टर-18 150 एकड़ 304 करोड़
कैग की टिप्पणी: पिछले पांच वर्षों में न्यूनतम 1.39 वर्गमीटर के सापेक्ष मात्र 1178 वर्गमीटर में पूर्ण निर्माण या फिर संपूर्ण क्षेत्रफल निर्माणाधीन पाया गया.
आवंटनों का सही हिसाब नहीं दिया
प्राधिकरण अपने क्षेत्र में आवेदकों की मौजूदा प्रतिबद्धताओं और पूर्व आवंटनों का हिसाब देने में विफल रहा. खामियों के कारण ब्याज और लीज रेंट का नुकसान हुआ, जिससे प्राधिकरण की वित्तीय परेशानी बढ़ी. रिपोर्ट के मुताबिक प्राधिकरण ने आवंटियों को अनुचित लाभ दिए, जिसमें अतिरिक्त भूमि को बनाए रखने की अनुमति देना, रद्द किए आवंटनों पर निर्धारित राशि जब्त न करना और बिना किसी औचित्य के शून्य अवधि का लाभ देना शामिल है.
दस्तावेज जमा न होने के बावजूद भूखंड दिए
बिल्डर सेक्टर क्षेत्रफल राशि रुपये में
थ्रीसी होम्स सेक्टर-22ए 97 एकड़ 183 करोड़
सनवर्ल्ड सिटी सेक्टर-22डी 102 एकड़ 195 करोड़
पारस बिल्डटेक इंडिया सेक्टर-22डी 81 एकड़ 156 करोड़
थ्रीसी रेजिडेंसी सेक्टर-18 63 एकड़ 129 करोड़
सिल्वर लाइन फिनिशिंग एंड फर्नीचर सेक्टर-18 71 एकड़ 144 करोड़